सुब्रमण्यम स्वामी ने सरकार से पूछा: क्या हम अंग्रेजी में एक ड्रॉफ्ट भी नहीं तैयार कर सकते?


FIR against Subramanian Swamy on Rahul Gandhi's controversial remarks

 

अपनी बेबाक टिप्पणियों के लिए मशहूर बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने राफेल को लेकर अपनी पार्टी को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है. स्वामी ने प्रधानमंत्री को संबोधित करते हुए सवाल किया है कि क्या हम अंग्रेजी में ठीक से एक ड्रॉफ्ट भी नहीं तैयार कर सकते?

सुब्रमण्यम स्वामी ने अपनी टिप्पणी में कहा, “मीडिया के मुताबिक अटार्नी जरनल ने कहा है कि उन्होंने ये ड्रॉफ्ट नहीं तैयार किया. तब इसे किसने बनाया है?” उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि प्रधानमंत्री इसके बारे में पड़ताल करेंगे, इसकी वजह से उनको काफी शर्मिंदा होना पड़ा है. स्वामी ने कहा कि इसे हिंदी में भी लिखा जा सकता था.

उन्होंने कहा कि हलफनामा बंद लिफाफे में अदालत को सौंपा गया था. अगर अदालत इसमें लिखी गई बातों का जिक्र नहीं करती तो किसी को इस बारे में पता भी नहीं चलता. इससे फैसला प्रभावित होता.

इससे पहले कांग्रेस ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरा था. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और संसद की लोक लेखा समिति (पीएसी) के प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि सरकार की ओर से कोर्ट को गलत जानकारी दी गई है.

उन्होंने कहा था, “केन्द्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में कहा था कि राफेल डील संबंधी मामला सीएजी के साथ विचाराधीन है. जबकि कोर्ट ने सीएजी के रेफरेंस की गलत व्याख्या कर दी है. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के पैरा नंबर 25 में जिस सीएजी रिपोर्ट की बात कही गई है वास्तव में उसका कोई अस्तित्व ही नहीं है.”

केन्द्र सरकार ने राफेल डील को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के पैरा नंबर 25 के दो वाक्यों में संशोधन करने संबंधी याचिका कोर्ट में दी है.


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