पूर्वोत्तर आजकल उबल पर है। वजह है नरेंद्र मोदी सरकार का नागरिकता संशोधन अधिनियम 2016. राजनीतिक तौर पर ये हिस्सा बीजेपी के एजेंडे में काफी ऊपर है। ऐसे में सवाल है कि क्या पूर्वोत्तर को समझने में बीजेपी ने गलती की है?