कला-संस्कृति के सबसे बड़े केन्द्र IGNCA की अंतर्कथा संस्कृति के लिए बहुत कुछ करना है – डॉ सच्चिदानंद जोशी, साहित्यिक-सांस्कृतिक गतिविधियों की ‘परिक्रमा’.