In Depth: धरती से आसमान तक मंदी की मार
भारतीय अर्थव्यवस्था में आई मंदी की मार अब आम रोजगार से लेकर हवाई यात्रा और राज्यों को जीएसटी के उनके हिस्से के भुगतान तक पर पड़ने लगी है. रेटिंग एजेंसी- केयर रेटिंग्स ने सभी क्षेत्रों की 1,938 कंपनियों के अध्ययन के आधार पर बताया है कि 2018-19 में इनमें रोजगार पैदा होने की दर गिर कर 2.8 फीसदी तक तक पहुंच गई जबकि 2017-18 में ये दर 3.3 फीसदी थी. उधर हवाई यात्रा के आंकड़ों पर नजर रखने वाली एजेंसी- IXIGO- ने बताया है कि मुसाफिरों की कम संख्या के कारण विमान कंपनियों को अपने किराए कम रखने पड़ रहे हैं. इस मंदी की शुरुआत ग्रामीण और अनौपचारिक क्षेत्र से हुई. लेकिन वहां के बारे में सरकार का नजरिया क्या है यह इससे जाहिर होता है कि 2018-19 में मनरेगा के तहत औसतन लोगों को 51 दिन का काम ही मिला जबकि मौजूदा वित्त वर्ष के पहले सात महीनों में पीएम-किसान योजना के तहत सिर्फ 37 प्रतिशत का धन का ही भुगतान हुआ. तो मंदी कैसे संभलेगी? एक चर्चा.