जज साहब हाजिर हों


 

भीमा-कोरेगांव कांड में आरोपी बनाए गए सामाजिक कार्यकर्ता गौतम नवलखा की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई लगातार टल रही है. ऐसा इसलिए हो रहा क्योंकि एक के बाद एक चार जजों ने इस याचिका की सुनवाई से खुद को अलग कर लिया है. क्या जज अगर किसी केस पर सुनवाई से खुद को अलग करते हैं तो उन्हें अलग होने का कारण सार्वजनिक नहीं करना चाहिए? अगर जज कारण नहीं बताते तो क्या लोगों को मन में शक नहीं पैदा होगा?


Exclusive