प्रेमचंद का असली नाम धनपत राय था. उनके उपन्यास गबन, गोदान, निर्मला आज भी वास्तविकता के बेहद करीब हैं. प्रेमचंद भारत ही नहीं पूरी दुनिया में मशहूर हैं. उनकी कहानियों के किरदार हमेशा से आम आदमी रहे.