खजाना खाली, बिकेंगे नवरत्न?
नवरत्न जैसे सम्मानित नाम से सम्मानित कंपनियां अब बिकने की कगार पर हैं. मोदी सरकार ऐसी कई कंपनियों को बेचने की तैयारी में है. इनमें बीपीसीएल भी है. चर्चा ये भी है कि सरकार घाटे में चल रही BSNL और MTNL को भी बेचने जा रही है. जब सरकार कॉरपोरेट टैक्स में छूट देकर प्राइवेट सेक्टर की मदद कर रही है और इसके लिए करीब डेढ़ लाख करोड़ रुपये का नुकसान उठाने को तैयार है, तो सरकारी कंपनियों के साथ सौतेला बर्ताव क्यों?