पनी पांच साल की उपलब्धियां बताने के बजाय पीएम मोदी सवाल पूछने वालों पर निजी हमले कर रहे हैं. भाषणों में बदज़ुबानी से क्या मोदी को वाकई चुनाव में फायदा मिलेगा?