AAP की राजनीति किस राह पर?


 

दिल्ली विधानसभा चुनाव में शानदार जीत के बाद आम आदमी पार्टी अब देशभर में पैर पसारने की तैयारी कर रही है. लेकिन सवाल पार्टी की विचारधारा और आर्थिक नीतियों को लेकर उठ रहे हैं. दिल्ली में चुनाव प्रचार के दौरान केजरीवाल ने खुद को हनुमान भक्त बताया तो दूसरी तरफ शपथ ग्रहण के दौरान भारत माता की जय और वंदे मातरम जैसे नारे लगाकर खुद को राष्ट्रवादी जताने की कोशिश की. दूसरी तरफ केजरीवाल ने अपने शपथ ग्रहण में किसी भी विपक्षी पार्टी के नेता को नहीं बुलाया. आखिर आम आदमी पार्टी की राजनीति किस राह पर है?


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