पब्लिक सेक्टर को किसने मार डाला?
मार्केट कैपिटलाइजेशन (बाजार पूंजीकरण) के लिहाज इस वक्त देश की जो टॉप 10 कंपनियां हैं उनमें पब्लिक सेक्टर की एक भी कंपनी नहीं है. हाल के वर्षों में भारतीय स्टेट बैंक अकेला सरकारी उपक्रम था जो इस सूची में था लेकिन पिछले हफ्ते वो भी इससे बाहर हो गया. 2008 में पांच पब्लिक सेक्टर उपक्रम टॉप 10 में थे. आखिर PSUs का ये हाल क्यों हुआ? इसके लिए कौन जिम्मेदार है?