अब क्यों बोल रहे हैं उद्योगपति
गोदरेज ग्रुप के चेयरमैन आदि गोदरेज ने कहा है कि बढ़ती असहिष्णुता, नफरत और मॉरल पुलिसिंग से देश के आर्थिक विकास को गंभीर नुकसान हो सकता हैं. उनकी इस चिंता का कई अन्य उद्योगपतियों ने समर्थन किया है. दरअसल एक ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान देश की निजी कंपनियों पर कर्ज़ का बोझ 13 फीसदी बढ़ा है, जबकि उनके शुद्ध मुनाफे में 8 फीसदी की गिरावट आई है. उद्योगपतियों की ये टिप्पणियां देश के सामाजिक-आर्थिक भविष्य के बारे में क्या इशारा कर रही हैं?