पूरी दुनिया में ख़ास ढंग से मनाया जाता है साल का सबसे छोटा दिन 21 दिसंबर
गूगल ने आज अपना डूडल 21 दिसंबर को मनाए जाने वाले winter solstice के ऊपर डिजाइन किया है. आइए जानते हैं इस दिन के महत्व और इससे जुड़ी परंपराओं के बारे में.
21 दिसंबर साल का सबसे छोटा दिन होता है. इस दिन को ठंड की शुरुआत भी मानते हैं. विज्ञान के मुताबिक इस दिन सूरज और जमीन के बीच की दूरी सबसे ज्यादा होती है.
पुराने जमाने में जब विज्ञान ने इतनी तरक्की नहीं की थी, लोग डरते थे कि कहीं ये सूरज हमसें दूर जाते-जाते इतना दूर न चला जाए कि शायद कभी लौट कर न आए. वे सब यह सोचकर खौफ खाते थे. उन्होंने इस दिन से बचने के लिए सूरज की पूजा करनी शुरू कर दी जिसका कई सभ्यताओं में जिक्र मिलता है.
अगर कैलेंडर का इतिहास खंगाला जाए तो मालूम होता है कि इसकी जड़े पागान धर्म के मानने वालों से जुड़ी है. उस वक्त ये लोग हर मौसम की शुरुआत को खुशी से झूमते, नाचते-गाते मनाते थे.
सर्द मौसम के एकदम बीच में आने वाले दिन 21 दिसंबर के साथ कई गल्प जुड़े हुए हैं. गल्प अक्सर इतिहास का पुर्जा बन जाया करती है, ऐसा काफी मजबूती के साथ मशहूर लेखक गैब्रियल गार्सिया मार्खेज मानते हैं.
पागानों का इतिहास कहता है कि उनके लिए त्योहार का मतलब खेती से जुड़ा होता था. गर्मी में जब फसल कटने का समय आता तो वो इसकी खुशी में सामुहिक भोज करते थे. जब सर्दी की शुरूआत हो रही होती और फसल की बुवाई का वक्त आता तब भी खूशी में झूम-झूम जाते. ऐसा नहीं है कि यह सब कुछ हजारों साल पुराना है, आज भी कई आदिवासी समाज में यह बिल्कुल उसी तरह देखने को मिलता है.
दुनिया भर में इस तरह मनाया जाता है यह दिन
– आयरलैंड के लोग इस सबसे लम्बी सर्द रात में खुशी मनाते हुए ऐसा मानते हैं कि यह मौत पर जिन्दगी की जीत का दिन है. उनकी इस खुशी में शामिल होने दूर-दूर से लोग आते हैं लेकिन आज के दिन यहां पहुंचना एक मुश्किल काम है. इस साल करीब 28,000 हज़ार लोग यहां की टिकट लेने के लिए लाइन में थे.
– कोलंबिया और कनाडा में सर्दी की इस सबसे लम्बी रात को लालटेन जलाते हुए मनाया जाता है. ऐसा ही कुछ अंदाज उत्तरी कैरोलिना का भी होता है, यहां के लोग पहाड़ी रास्तों पर लैम्प जलाते हुए इस दिन का जश्न मनाते हैं. यह आदमी और पहाड़ के रिश्ते को मजबूत करता है.
– जापान की बात करे तो आज के दिन को तोजी के नाम से जाना जाता है. आज के दिन जापानी गर्म पानी में नारंगी जैसा दिखने वाले फल को डाल कर नहाते है. इसके पीछे इनका मानना होता है कि इससे बुरी ताकतों से लड़ने की झमता बढ़ती है.
– दक्षिणी अमेरिका के कई समुदाय इस मौसम को नए साल की शुरुआत मानते हुए 16 दिन तक उत्सव मनाते हैं. वे यह मानते हैं कि सूरज जो उनसे दूर चला गया था, अब लौट आया है.
– चीन में आज का दिन यिन और यांग दर्शन से जुड़ा हुआ है. उनके मुताबिक आज के बाद सूरज और करीब आता जाएगा और इसकी रौशनी जीवन के प्रति सकारात्मकता लाएगी.
– डबलिन शहर में आज के दिन को लोग सामुहिक रूप से आग जला कर एक घेरा बना क़िस्से-कहानी, कविता और कलाकारी का प्रदर्शन करते हुए मनाते हैं.