नरसंहार के इरादे से सेना ने रोहिंग्या महिलाओं और बच्चों से किया बलात्कार: संयुक्त राष्ट्र


icj orders myanmar to protect rohingyas from genocide

 

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद ने म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ सेना की क्रूरता को लेकर नया खुलासा करते हुए रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि 2017 में अल्पसंख्यकों के नरसंहार के इरादे से म्यांमार की सेना ने रोहिंग्या महिलाओं और लड़कियों के साथ यौन हिंसा की, उनका बलात्कार और सामूहिक बलात्कार किया.

असल में 2017 में ही संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद ने एक जांच समिति कि गठन किया था.

जांच समिति के अध्यक्ष मारजूकी दरुस्मैन ने कहा, “अंतराष्ट्रीय समुदाय को इस वीभत्स कृत्य के लिए म्यांमार की सेना को जवाबदेह ठहराना चाहिए.”

रिपोर्ट में कहा गया कि यौन हिंसा नियोजित तरीके एक समुदाय को डराने और सजा देने कि लिए की गई.

रिपोर्ट में बताया गया कि यौन हिंसा का अधिकतर शिकार महिलाओं और लड़कियों को बनाया गया. उन्हें बुरी तरह से पीटा गया, सिगरेट से जलाया गया, चाकुओं और तलवारों से जख्मी किया गया, बलात्कार किया गया और सैन्य कैंपों में उन्हें यौन गुलामों की तरह रखा गया. रिपोर्ट में पुरुषों और लड़कों के खिलाफ भी यौन हिंसा का जिक्र है.

रिपोर्ट में कहा गया है कि महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हुई यौन हिंसा में 80 फीसदी हिस्सा सामूहिक बलात्कार का है.

वहीं संयुक्त राष्ट्र की इस रिपोर्ट को म्यांमार की सेना के प्रवक्ता ने प्रेस तथ्यहीन और कहीसुनी बातों पर आधारित ठहरा दिया.


विदेश