इंडोनेशिया में सुनामी का कहर, अब तक 281 की मौत
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इंडोनेशिया के सुंदा जलसंधि में ज्वालामुखी फटने के बाद आई सुनामी में मरने वालों की संख्या 281 हो गई है जबकि 800 से ज्यादा लोग घायल हो गए.
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी के प्रवक्ता सुतोपो पूर्वो नुग्रोहो ने बताया कि आपदा में 281 लोगों की मौत हो गयी, 843 लोग घायल हो गए और 28 लोग लापता हैं.
इंडोनेशिया के पश्चिम में जावा और सुमात्रा के बीच सुंडा स्ट्रेट में एक बड़ा सुनामी आया है. इंडोनेशिया के अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक चाइल्ड नाम का यह ज्वालामुखी अनक क्रैकटो का हिस्सा है.
इंडोनेशिया की मौसम एवं भूविज्ञान एजेंसी के प्रवक्ता सुतोपो पुरवो नुग्रोहो ने बताया कि “सुनामी अचानक ही शनिवार रात साढ़े नौ बजे इंडोनेशिया के तटों से टकराई जिसकी वजह से भारी तबाही हुई. सुनामी की लहरों की वजह से दर्जनों इमारतें तबाह हो गई हैं.”
अधिकारियों का कहना है कि “ज्वालामुखी के फटने की वजह से समुद्र के अंदर लैंडस्लाइड हुआ और लहरों में असामान्य परिवर्तन आया जिसने सुनामी का रूप ले लिया. इंडोनेशिया की मौसम एवं भूविज्ञान एजेंसी सुनामी के कारणों का पता लगाने में जुट गई है.”
नुग्रोहो ने कहा कि सुनामी की वजह मौतों का आंकड़ा बढ़ सकता है.
देश में पालू और सुलावेसी दो प्रमुख द्वीप हैं जहां सुनामी और भूकंप की वजह से अब तक हजारों लोग मारे गए हैं. इन क्षेत्रों को हर साल आपदा की वजह से भारी तबाही का सामना करना पड़ता है. यहां अनक क्रैकटो 127 सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक है.
साल 2004 में इंडोनेशिया में आए भूकंप की वजह से पैदा हुई सुनामी ने हिंद महासागर के तटों पर भारी तबाही मचाई थी. इस प्राकृतिक आपदा में सवा दो लाख से अधिक लोग मारे गए थे.