SC के फैसले के खिलाफ चंद्रशेखर आजाद के नेतृत्व में भारत बंद


ChandraShekhar Azad demand ban on RSS

 

सरकारी पदों पर प्रोमोशन और नियुक्ति में आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने आज भारत बंद का आह्वान किया है.

बिहार में आरजेडी के नेतृत्व वाली विपक्षी पार्टियों ने इस बंद को समर्थन दिया है. इसके साथ ही उपेंद्र कुशवाहा के नेतृत्व वाली आरएलएसपी, जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा और पप्पू यादव की जन अधिकार पार्टी ने भारत बंद को समर्थन दिया है.

इसके साथ ही छात्र युवा संघर्ष समिति (सीवाईएसएस) और कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बंद के प्रति समर्थन जताया है.

शीर्ष अदालत ने नौ फरवरी को उत्तराखंड हाई कोर्ट के एक आदेश को पलटते हुए साफ कहा कि प्रमोशन में आरक्षण मौलिक अधिकार नहीं है और राज्य को इसके लिए बाध्य नहीं किया जा सकता.
इसके बाद चंद्रशेखर आजाद ने कोर्ट की फैसले की समीक्षा की मांग की और 23 फरवरी को राष्ट्रव्यापी बंद का आह्वान किया.

आजाद ने कहा, ‘मैं बहुजन समाज के दोस्तों से कहना चाहता हूं कि आप सभी ने सरकार की सोच देख ली है. अब हम फरवरी में मंडी हाउस से संसद भवन तक एक मार्च का आयोजन कर रहे हैं. हम नागरिकता, रोजगार, आरक्षण जैसे मुद्दों के प्रति अपना विरोध जाहिर करने के लिए मार्च कर रहे हैं.’

उन्होंने केंद्र से इस फैसले को अमान्य घोषित करने के लिए अध्यादेश पारित करने की भी मांग की.
वहीं विपक्षी पार्टियों ने कोर्ट के फैसले पर चिंता जाहिर की और केंद्र से अपना पक्ष स्पष्ट करने के लिए कहा है.


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