आरबीआई ने EMI पेमेंट में 3 महीने की छूट दी, रेपो रेट घटाकर 4.40 फीसदी
आरबीआई ने शुक्रवार को कर्ज देने वाले सभी वित्तीय संस्थानों से ग्राहकों को कर्ज की मासिक किस्त यानी ईएमआई के भुगतान में तीन महीने की छूट देने को कहा. कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए देश भर में आवागमन पर पाबंदी से लोगों को हो रही समस्या को देखते हुए यह कदम उठाया गया है.
साथ ही आरबीआई ने बैंकों को कार्यशील पूंजी के लिए दिए गए कर्ज पर ब्याज तीन महीने, जून 2020 तक टालने की भी अनुमति भी दी है. इन उपायों से उन लोगों और इकाइयों को राहत मिलेगी जो आर्थिक गतिविधियां ठप होने से प्रभावित हैं तथा ऋण की किस्त देने की स्थिति में नहीं हैं.
रिज़र्व बैंक ने रीपो रेट में 75 बीपीएस की कटौती का एलान किया. नई दर अब 4.4 प्रतिशत हो गई है. यह 15 साल में सबसे कम है. 0.75% की कटौती 11 साल में सबसे बड़ी है. रेपो रेट वह दर है, जिस पर बैंकों को आरबीआई से कर्ज मिलता है. बैंकों को सस्ता कर्ज मिलेगा तो वे ग्राहकों के लिए भी रेट घटाएंगे. लॉकडाउन की वजह से नए कर्ज लेने वालों की संख्या बढ़ने के आसार तो नहीं हैं. लेकिन, रेपो रेट से जुड़े कर्ज वाले मौजूदा ग्राहकों की ईएमआई कम हो जाएगी.
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मौजूदा स्थिति असाधारण है, सभी आर्थिक गतिविधियां पूरी तरह ठप है. ऐसे में संकट में फंसी अर्थव्यवस्था की मदद के लिये बड़े कदम उठाने की जरूरत है. दास ने यह भी कहा कि कर्ज की किस्त और ब्याज तीन महीने के टाले जाने को चूक नहीं माना जाएगा और इससे कर्जदार की साख खराब नहीं होगा.