दिल्ली-एनसीआर बॉर्डर पर बैठे हजारों मजदूर, यूपी सरकार ने किया बसों-ट्रकों का इंतजाम
उत्तर प्रदेश-दिल्ली बॉर्डर पर स्थित गाजियाबाद में घर जाने के इंतजार में बैठे हजारों कामगारों की सुध लेते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने 200 बसों का इंतजाम किया है. नोएडा-गाजियाबाद से हर दो घंटों में ये बसे चलाई जाएंगी.
लॉकडाउन के बाद से ही घबराएं लाखों दिहाड़ी मजूदर और कामगार पैसे और खाने की व्यवस्था के आभाव में अपने-अपने गंतव्य की ओर निकल पड़े. लॉकडाउन के चलते बस-ट्रेन नहीं होने की वजह से उन्हें पैदल ही भूखे प्यासे जाना पड़ रहा है. ऐसे में चार दिन बाद अब जाकर राज्य सरकारों ने इन मजदूरों की सुध ली है, जो साथ ही ये सवाल भी खड़ा करता है कि लॉकडाउन से पहले केंद्र ने क्या तैयारियां कीं.
बीते दिनों देश भर से मजदूरों की कई ऐसी खबरें और तस्वीरें आईं.
इससे पहले खबर आई थी कि महाराष्ट्र पुलिस ने गुरुवार को दो कंटेनर ट्रकों की तलाशी के दौरान 300 से अधिक प्रवासी कामगारों को उसमें जाते हुए पकड़ा. प्रवासियों से भरा ये ट्रक तेलंगाना से राजस्थान के लिए आवश्यक वस्तुओं को ले जा रहा था. इस तरह से कंटेनर में 300 से अधिक लोगों को देखकर अधिकारी भी चकित थे. ये सभी कामगार प्रवासी राजस्थान के रहने वाले थे और घर लौटने की जल्दी में इन्होंने ये खतरनाक तरीका अपनाया.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कामगारों की इस समस्या पर कहा,’आज हमारे सैकड़ों भाई-बहनों को भूखे-प्यासे परिवार सहित अपने गाँवों की ओर पैदल जाना पड़ रहा है.इस कठिन रास्ते पर आप में से जो भी उन्हें खाना-पानी-आसरा-सहारा दे सके,कृपा करके दे! कॉंग्रेस कार्यकर्ताओं-नेताओं से मदद की ख़ास अपील करता हूँ. जय हिंद!’
वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, ‘दिल्ली के बॉर्डर पर त्रासद स्थिति पैदा हो चुकी है. हजारों की संख्या में लोग पैदल अपने घरों की तरफ निकल पड़े हैं. कोई साधन नहीं, भोजन नहीं. कोरोना का आतंक, बेरोजगारी और भूख का भय इनके पैरों को घर गाँव की ओर धकेल रहा है. मैं सरकार से प्रार्थना करती हूँ कृपया इनकी मदद कीजिए.’