12 दिनों के भीतर वायुसेना का दूसरा हादसा, मिग-27 दुर्घटनाग्रस्त
राजस्थान के जैसेलमेर में मिग-27 लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया. हादसे में विमान का पायलट अपनी जान बचाने में कामयाब रहा. 12 दिनों के भीतर वायुसेना का यह दूसरा हादसा है. हादसा पोकरण रेंज में शाम छह बजे हुआ है. मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं.
रक्षा प्रवक्ता कर्नल सोम्बित घोष ने बताया कि पायलट सुरक्षित रूप से विमान से बाहर निकल गया.
घोष ने कहा, ‘‘मिग 27 आज शाम जैसलमेर से उड़ान भरने के बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया. यह विमान नियमित उड़ान पर था. पायलट विमान से सुरक्षित तरीके से बाहर निकल गया. एक कोर्ट आफ इंक्वायरी दुर्घटना के कारणों की जांच करेगी.’’
जैसलमेर की पुलिस अधीक्षक किरण कांग ने बताया कि इसमें किसी के हताहत होने की अभी तक कोई जानकारी नहीं है। पुलिस की एक टीम वायुसेना अधिकारियों के साथ सम्पर्क में है।’’
उन्होंने कहा कि पुलिस की एक टीम को मौके पर भेजा गया है।
मिग-27 सोवियत संघ के जमाने का एयरक्राफ्ट है जिसे भारत ने 1980 के दशक में खरीदा था. 1999 के कारगिल युद्ध के समय इस विमान का उपयोग किया था. वायुसेना ने इस लड़ाकू विमान के जरिए पहाड़ों की चोटियों पर बैठे पाकिस्तानी घुसपैठियों को मार गिराया था.
साल 2001 से 2010 के बीच मिग 27 के 12 हादसे हुए. जिसके बाद 2010 के बाद से 150 से ज्यादा विमानों को महत्वपूर्ण कार्रवाई के लिए अयोग्य करार दिया गया.
एक फरवरी को बेंगलुरु में मिराज लड़ाकू दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इस हादसे में दो पायलट मारे गए थे.