ईवीएम पर 22 विपक्षी पार्टियां आज करेंगी निर्वाचन आयोग का रुख


evm and postal ballot can be counted simultaneously says ec

 

विपक्षी नेता आगामी चुनावों में ईवीएम की जगह बैलेट पेपर से चुनाव करने पर जोर देने जा रहे हैं. अलग-अलग विपक्षी दलों के शीर्ष नेता ईवीएम से कथित छेड़छाड़ और बैलेट पेपर से चुनाव कराने के मुद्दे पर एक साथ आए हैं.

ईवीएम के मुद्दे पर टीएमसी (तृणमूल कांग्रेस) समेत देशभर की 22 विपक्षी पार्टियां एकजुट हुई हैं. ये सभी विपक्षी पार्टियां आज इस मुद्दे पर निर्वाचन आयोग जाएंगी.

उम्मीद जताई जा रही है कि ये सभी नेता ईवीएम की जगह बैलेट पेपर से चुनाव कराने के लिए निर्वाचन आयोग को ज्ञापन सौंप सकते हैं.

इससे पहले तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन ने कहा थी कि ‘‘विपक्षी दल ईवीएम के मुद्दे को उठाने के लिए गंभीर बैठक करने जा रहे हैं. हम सभी विपक्षी दलों की बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा करने का प्रयास करेंगे. हमारी मांग है कि चुनाव आयोग कुछ प्रतिशत वीवीपैट का ईवीएम से मिलान करना अनिवार्य करे’’.

कांग्रेस सांसद और राज्य सभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने इससे पहले ईवीएम के मसले पर 31 जनवरी और 01 फरवरी को मीटिंग आयोजित की थी. इस मीटिंग में शामिल होने तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन, वाईएस चौधरी (तेलुगू देशम पार्टी), प्रफुल्ल पटेल (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी), एमके कनिमोझी (द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम), राम गोपाल यादव (समाजवादी पार्टी), डी राजा (भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी) और टीके रंगराजन (भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-मार्क्सवादी) दिल्ली पहुंचे थे.

मीटिंग के दौरान तमाम में विपक्षी नेताओं ने मिलकर ईवीएम के मुद्दे पर ज्ञापन का मसौदा तैयार किया था. जिस पर तमाम विपक्षी पार्टियों के प्रतिनिधियों ने अपने हस्ताक्षर किए थे.

 


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