भारत के साथ 24 MH-60R हेलीकॉप्टर सौदे पर अमेरिकी मुहर


24 MH-60R choppers deals between india and america confirms

  Lockheed Martin

अमेरिका ने भारत को 24MH-60R मल्टी-मिशन हेलीकॉप्टर बेचने के फैसले पर मुहर लगा दी है. अमेरिका रक्षा उपकरणों की बिक्री अपने विदेशी सैन्य बिक्री कार्यक्रम(एफएमएस) के तहत करता है. डिफेंस सेक्योरिटी एजेंसी के बयान में कहा गया है कि इस सौदे की अनुमानित कीमत 260 करोड़ डॉलर है.

इस सौदे में प्रमुख साझीदार मशहूर रक्षा क्षेत्र की कंपनी लॉकहीड मॉर्टिन होगी. डीएससीए ने इस बारे में अमेरिकी कांग्रेस को प्रपत्र सौंप दिया है. इसके साथ ही 30 दिन का नोटिस पीरियड शुरू हो गया है.

नियमों के मुताबिक कांग्रेस को संभावित बिक्री को मान्य या अमान्य घोषित करने की जरूरत नहीं होगी. अगर यहां 30 दिन कोई कार्रवाई नहीं होती है तो डील अपने आप आगे बढ़ जाएगी.

डीएससीए की ओर से कहा गया है कि इस हेलीकॉप्टर की डिलीवरी के बाद भारत की सतह और पानी में मारक क्षमता में वृद्धि होगी. इसके साथ ही ये हेलीकॉप्टर दूसरी तरह के मानवीय अभियानों में भी महारत रखता है. बयान में कहा गया है कि इसके साथ ही भारत क्षेत्रीय स्तर पर सुरक्षा को मजबूती दे सकेगा.

अमेरिका में भारत सहित किसी गैर नाटो देश को 1.4 करोड़ डॉलर से अधिक के रक्षा उपकरण बेचने कांग्रेस को जानकारी देनी होती है.

डीएससीए के पपत्र में कहा गया है कि इस सौदे में भारत को ऑफसेट भागीदार की जरूरत होगी और किसी भी तरह के ऑफसेट समझौते की जिम्मेदारी ठेकेदार कंपनी और भारत के बीच होगी.

भारत की हार्डवेयर जरूरतों, प्रशिक्षण और इससे संबंधित उपकरणों और तकनीकि संबंधी सभी सौदों के जिम्मेदारी ठेकेदार कंपनी और खरीददार के बीच ही तय होगी.

डीएससीए की तरफ से कहा गया, “ये प्रस्तावित सौदा हमारी विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा में मददगार होगा. इससे भारत और अमेरिका के बीच सामरिक साझेदारी मजबूत होगी.ये हमारे महत्वपूर्ण रक्षा साझीदार की सुरक्षा को मजबूती देगा. इससे हिंद महासागर क्षेत्र में शांति और राजनीतिक स्थिर का माहौल बनाने में मदद मिलेगी.”

इससे पहले साल 2016 में ओबामा प्रशासन ने भारत को बड़ा रक्षा साझीदार घोषित किया था. ये भारत और अमेरिका के बीच रक्षा सौदों में आसानी की ओर एक महत्वपूर्ण कदम था.
इस दौरान ये भी कहा गया कि ये समझौता क्षेत्र में सैन्य स्थिरता को खराब नहीं करेगा.

ये रक्षा सौदा उस समय सामने आया है जब कुछ हफ्तों पहले ही क्षेत्र में भारत और पाकिस्तान के बीच काफी तनावपूर्ण माहौल बन गया था.


ताज़ा ख़बरें