अलगाववादियों के विरोध प्रदर्शन के पोस्टर आने के बाद श्रीनगर में प्रतिबंध बढ़े


Pci said that council is with press freedom in Kashmir

 

शुक्रवार, 23 अगस्त को श्रीनगर में एक बार फिर पाबंदी लगा दी गई है. अधिकारियों के अनुसार घाटी के अलगाववादियों ने लोगों से स्थानीय संयुक्त राष्ट्र मिलिट्री ऑबजर्वर ग्रुप के ऑफिस तक पद यात्रा करने से सम्बंधित पोस्टर जारी किया था.

इस हफ्ते कश्मीर के कई इलाकों में पाबंदी में ढील दी गई थी. जिसके बाद लोगों का बाहर आना-जाना शुरू हुआ था. कई जगहों से बैरिकेड भी हटा लिए गए थे. लेकिन, बाजार बंद रहे थे. इस हफ्ते की शुरुआत में जम्मू में स्कूल खुले, हालांकि छात्रों और शिक्षकों की संख्या कम रही.

गुरुवार 22 अगस्त को लगातार 18वें दिन भी कश्मीर में मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं बंद रहीं.

यात्रा से सम्बंधित जारी हुए पोस्टर्स शहर के कुछ हिस्सों में दिखे. ज्वाइंट रेजिजटेंस लीडरशिप (जेएलआर) के समूह ने लोगों से जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा हटा देने के विरोध में प्रदर्शन करने के लिए संयुक्त राष्ट्र मिलिट्री ऑबजर्वर ग्रुप के ऑफिस के सामने प्रदर्शन करने का आह्वान किया था.

अलगाववादियों का दावा है कि घाटी से अनुच्छेद 370 हटाने के पीछे सरकार की मंशा मुस्लिम बाहुल्य राज्य की जनसांख्यिकी को बदलने की कोशिश है.

अधिकारियों ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र का ऑफिस लाल चौक और सोनावार में स्थित है. उस जगह लोगों को मार्च करने से रोकने के लिए बैरिकेड लगा दिए गए हैं. अधिकारियों ने कहा कि कई जगहों पर सुरक्षा बलों को तैनात कर दिया गया है ताकि कानून व्यवस्था सही रहे.

5 अगस्त को केंद्र सरकार ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटा दिया था. और जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया था. इसके बाद एक के बाद एक कई नेताओं को नजरबंद कर दिया गया था.


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