नोबेल विजेता बनर्जी के बयान के बाद आर्थिक मंदी को लेकर हमलावर हुई कांग्रेस


priyanka gandhi on jamia firing

 

नोबेल विजेता अभिजीत बनर्जी के बयान के बाद आर्थिक मंदी को लेकर कांग्रेस केन्द्र की मोदी सरकार पर एक बार फिर हमलावर हो गई है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने बनर्जी के बयान का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर कटाक्ष किया. वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने एक बार फिर कांग्रेस की न्याय योजना को हकीकत बनने की बात कही है जिसके लिए बनर्जी ने सलाह दी थी.

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने नोबेल पुरस्कार के लिए चयनित भारतीय मूल के अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी को बधाई दी और उम्मीद जताई कि उस न्यूनतम आय गारंटी योजना (न्याय) का वादा एक दिन वास्तविकता बनेगा जिसकी संकल्पना में बनर्जी ने मदद की थी.

उन्होंने ट्वीट कर कहा, ”गरीबी हटाने को लेकर अध्ययन करने वाले हिंदुस्तानी मूल के प्रोफेसर अभिजीत बनर्जी को अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार मिलने पर बहुत बधाई. ”

प्रियंका गांधी ने कहा, ”प्रोफेसर बनर्जी ने कांग्रेस घोषणा पत्र की क्रांतिकारी न्याय योजना पर भी सलाह दी थी. आशा है कि न्याय योजना एक दिन वास्तविकता बनेगी.’

भारतीय अमेरिकी अभिजीत बनर्जी को वर्ष 2019 के लिए अर्थशास्त्र के नोबेल के लिए चुना गया है. उन्हें यह पुरस्कार फ्रांस की एस्थर डुफ्लो और अमेरिका के माइकल क्रेमर के साथ संयुक्त रूप से दिया जाएगा. उन्हें यह पुरस्कार ‘वैश्विक स्तर पर गरीबी उन्मूलन के लिए किए गए कार्यों के लिए मिलेगा.

संबंधित खबर : भारतीय अर्थव्यवस्था खराब स्थिति में: नोबेल विजेता अभिजीत बनर्जी

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने नोबेल पुरस्कार के लिए चयनित अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी के कुछ कथनों का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अब मोदी को काम पर लग जाना चाहिए और तस्वीरें कम खिंचवानी चाहिए.”

सिब्बल ने ट्वीट किया, ”क्या मोदी जी सुन रहे हैं? अभिजीत बनर्जी ने कहा है: भारतीय अर्थव्यवस्था डगमगाती स्थिति में है, आंकड़ों में राजनीतिक हस्तक्षेप होता है, औसत शहरी एवं ग्रामीण उपभोग घट गया है जो सत्तर के दशक के बाद कभी नहीं हुआ और हम सब संकट में हैं.”

उन्होंने मोदी पर तंज कसते हुए कहा, ”काम पर लग जाइए, तस्वीरें कम खिंचवाइए.”

गौरतलब है कि भारतीय-अमेरिकी अभिजीत बनर्जी को वर्ष 2019 के लिए अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार के लिए चुना गया है. उन्हें यह पुरस्कार फ्रांस की एस्थर डुफ्लो और अमेरिका के माइकल क्रेमर के साथ संयुक्त रूप से दिया जाएगा. उन्हें यह पुरस्कार वैश्विक स्तर पर गरीबी उन्मूलन के लिए किये गये कार्यों के लिये मिलेगा.


ताज़ा ख़बरें