अजमेर दरगाह ब्लास्ट में एक आरोपी गिरफ्तार
गुजरात आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने 2007 अजमेर दरगाह ब्लास्ट में आरोपी एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. पकड़ा गया आरोपी सुरेश नायर है, जो ब्लास्ट के बाद से फरार चल रहा था. एटीएस की टीम ने उसे भरूच से पकड़ा है.
एटीएस की टीम को सूत्रों से जानकारी मिली थी कि सुरेश नर्मदा नदी के किनारे बसे धार्मिक स्थल शुक्लतीर्थ जाने वाला है. सुरेश पर अजमेर दरगाह ब्लास्ट में इस्तेमाल हुए बम सप्लाई करने का आरोप है.
11 अक्टूबर, 2007 को अजमेर स्थित दरगाह ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती परिसर में बम धमका हुआ था. इस ब्लास्ट में 3 लोग मारे गए थे और 17 लोग घयाल हो गए थे.
एनआईए ने उसके ऊपर 2 लाख का इनाम रखा था. ब्लास्ट में फरार चल रहे तीन आरोपियों में एक सुरेश को पुलिस ने पकड़ लिया है. बाकि दो फरार आरोपियों के नाम संदीप डांगे और रामचंद्र है.
जयपुर में एनआईए की स्पेशल कोर्ट ने केस में मार्च 2017 को एक्टिविस्ट स्वामी असीमानंद और छह दूसरे लोगों को ‘संदेह का लाभ’ देते हुए आरोपी करार दिया था. छह आरोपियों में हर्षद सोलंकी, लोकेश शर्मा, मेहुल कुमार, मुकेश वसानी, भरत भाई और चंद्रशेखर शामिल हैं.
ब्लास्ट के तीन दोषी रहे देवेंद्र गुप्ता, भावेश पटेल और सुनील जोशी को उम्र कैद की सजा सुनाई गई थी.
बीते हफ्ते राजस्थान हाई कार्ट ने भरूच के भावेश पटेल और अजमेर के देवेंद्र गुप्ता पर केस में ‘संभावना, अनुमान’ के आधार पर लगे आरोपों के चलते बेल दे दी.