‘उकसाने’ वाली कार्रवाई के लिए अमेरिका होगा जिम्मेवार: ईरान


india should not have joined us sanctions says iran

 

ईरान ने स्विट्जरलैंड के राजदूत को समन भेजा है और कहा है कि किसी भी तरह की ‘उकसाने’ वाली कार्रवाई के दुष्परिणाम के लिए अमेरिका जिम्मेवार होगा.

स्विट्जरलैंड का राजदूत ईरान में अमेरिका का पक्ष रखता है. इससे पहले ईरान की रिवोल्यूशनरी गार्ड ने एक अमेरिकी ‘जासूसी ड्रोन’ को मार गिराने का दावा किया था.

जिसके बाद से अमेरिका और ईरान के बीच तनाव और जुबानी जंग काफी बढ़ गए हैं. ईरान ने अमेरिका पर वायुसीमा का उल्लंघन और जासूसी का आरोप लगाया है. विदेश मंत्री सैयद अब्बास मौसावी ने इसे उकसाने वाला घटना करार दिया है.

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने इसे ईरान की ‘बहुत बड़ी गलती’ बताया है. संयुक्त राज्य अमेरिका के प्रतिनिधि सभा की प्रवक्ता नैन्सी पेलोसी ने भी स्वीकार किया था कि ईरान के साथ स्थिति ‘खतरनाक’ हो चुकी है. राष्ट्रपति के सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन मामले को समझने के लिए इजराइल की यात्रा पर हैं.

वहीं अमेरिका बेहद संवेदनशील ओमान की खाड़ी के जल क्षेत्र में 13 जून को तेल टैंकरों पर हुए हमलों के पीछे लगातार ईरान का हाथ होने का आरोप लगा रहा है.

जबकि ईरान इन घटनाओं के पीछे अपना हाथ होने से इनकार करता रहा है और आशंका व्यक्त करता रहा है कि इनके पीछे अमेरिका का हाथ हो सकता है, जो ईरान के खिलाफ बल प्रयोग को सही ठहराने के लिए इनका सहारा ले रहा हो.

इस हमले से करीब एक महीने पहले ही सऊदी अरब ने उसके टैंकरों पर हमला होने की बात कही थी, और इसका आरोप ईरान पर लगाया गया था. तब सऊदी ने कहा था कि खाड़ी में रहस्यमय हमले में उसके दो तेल टैंकरों को काफी नुकसान पहुंचा था.


Big News