भारत ने सफलतापूर्वक किया ‘एंटी सैटेलाइट’ हथियार का परीक्षण
प्रतीकात्मक छवि/ यूट्यूब
भारत ने आज उस वक्त रक्षा क्षेत्र में एक नई उपलब्धि हासिल की जब देश की एंटी सैटेलाइट मिसाइल ने लो अर्थ आर्बिट में जाकर सैटेलाइट को मार गिराया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक संबोधन में इस बात का दावा किया.
इस परीक्षण को ‘ऑपरेशन शक्ति’ नाम दिया गया. एंटी सैटेलाइट हथियार (A-SAT) ने लांच के सिर्फ तीन मिनट बाद लाइव सैटेलाइट को मार गिराया.
हालांकि इंडिया टुडे में छपी एक खबर के मुताबिक भारत ये क्षमता 2012 में ही हासिल कर चुका है. इंडिया टुडे 28 अप्रैल 2012 को डीआरडीओ चीफ विजय सारस्वत के हवाले से लिखता है, “आज हमने एंटी सैटेलाइट क्षमता के लिए जरूरी सभी बिल्डिंग ब्लॉक्स बना लिए हैं.”
अब इसके साथ ही भारत तीन प्रमुख स्पेस पॉवर देशों में शामिल हो गया है, जिनके पास सैटेलाइट मार गिराने की क्षमता है. भारत से पहले अमेरिका, रूस और चीन ये उपलब्धि हासिल कर चुके हैं.
लो अर्थ ऑर्बिट यानी कि एलईओ आकाश का वह क्षेत्र है जो धरती की सतह से दो हजार किलोमीटर दूर है. आकाश की अबूझ दुनिया में कदम रखने के लिए ये पहला चरण है.
संचार उपग्रहों (कम्यूनिकेशन सैटेलाइट) को अक्सर एलईओ में स्थापित किया जाता है. कम दूरी के चलते यहां से संचार सिग्नल आसानी से और तेजी से भेजे जा सकते हैं.
एंटी सैटेलाइट हथियार संचार उपग्रहों को निशाना बनाकर युद्ध का नतीजा बदल सकने में सक्षम है.