अरुण जेटली राजकीय सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन


Arun Jaitley last ritual in nigambodh

 

पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली को पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ नई दिल्ली के निगमबोध घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया. उनके अंतिम संस्कार में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता और उनके सैकड़ों प्रशंसक और पार्टी कार्यकर्ता मौजूद रहे.

जेटली के बेटे रोहन ने चिता को मुखाग्नि दी.

66 वर्षीय जेटली का 24 अगस्त को दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में इलाज के दौरान निधन हो गया था. उन्हें नौ अगस्त को एम्स में भर्ती कराया गया था.

उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, बीजेपी के वरिष्ठ नेता एलके आडवाणी, पार्टी अध्यक्ष और गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, पार्टी के कार्यवाहक अध्यक्ष जे पी नड्डा, केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, स्मृति ईरानी और अनुराग ठाकुर, भाजपा सांसद विजय गोयल और विनय सहस्रबुद्धे, कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और कपिल सिब्बल निगमबोध घाट पर मौजूद रहे.

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी,  कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा,  बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी अंतिम संस्कार में मौजूद रहे.

इससे पहले दिन में उनके पार्थिव शरीर को बीजेपी मुख्यालय ले जाया गया. वहां से फूलों से सजी तोप गाड़ी में पार्थिव शरीर निगम बोध घाट लाया गया. इस दौरान आकाश ‘जेटली जी अमर रहें’ के नारों से गुंजायमान हो गया.

बीजेपी कार्यकर्ता और शोकाकुल लोग सुबह से ही पार्टी मुख्यालय के बाहर जेटली को अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए कतार में खड़े थे.

यमुना नदी के किनारे निगम बोध घाट की ओर से जाने वाली सड़कें जेटली को याद करने वाले पोस्टरों से पटी हुई थीं.


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