एएससीआई ने इन विज्ञापनों को बताया भ्रामक


ASCI told these advertisements of Parle, Marico, Vivo, Amul and Voltas confusing

 

भारतीय विज्ञापन मानक परिषद (एएससीआई) ने भ्रामक और गुमराह करने वाले विज्ञापनों के लिए पारले, मैरिको, विवो, अमूल और अन्य कंपनियों की खिंचाई की है. एएससीआई विज्ञापन उद्योग के लिए नियामक का काम करता है.

एएससीआई की ओर से जारी बयान में पारले के मैजिक्स बिस्कुट के विज्ञापन को लेकर कंपनी की खिंचाई की गई है.  इस विज्ञापन में पुलिस की यूनिफॉर्म पहना हुआ एक बच्चा दुकानदार पर गोली चलाता है. परिषद ने इस विज्ञापन के बारे में कहा है कि इससे नाबालिग बच्चों को किसी अपराध की नकल करने का प्रोत्साहन मिलता है.

इसके अलावा अमूल के मेमोरी मिल्क ट्रापिकल फ्रूट एंड के खिलाफ शिकायत को भी उचित पाया गया है. इस विज्ञापन ‘मिल्क विद गुडनेस आफ आयुर्वेद’ में दावा किया गया है कि इसमें याददाश्त बढ़ाने वाले आयुर्वेदिक औषधियां हैं. परिषद ने इस विज्ञापन को गुमराह करने वाला करार दिया है.

इसके साथ ही परिषद ने मैरिको के ट्रू रूट्स बोटानिकल हेयर टॉनिक के विज्ञापन को लेकर कंपनी की खिंचाई की है.

परिषद ने पेटीएम के दो विज्ञापनों को भी गुमराह करने वाला पाया है. इसके अलावा होंडा के तमिलनाडु में शून्य ब्याज के विज्ञापन को भी गुमराह करने वाला पाया गया है. चीन ही हैंडसेट कंपनी विवो के वी 11 प्रो में किए गए दावे को भी परिषद ने गुमराह करने वाला पाया है.

परिषद ने वोल्टास के रेफ्रिजरेटर के विज्ञापन में सब्जियों रहेंगी 30 दिन तक ताजा संबंधी दावे को भी भ्रामक माना है.


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