असम: जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या 157 पहुंची
असम में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या 157 तक पहुंच गई है. जोरहाट तथा गोलाघाट जिलों के विभिन्न अस्पतालों में 300 से अधिक लोगों का इलाज चल रहा है.अधिकारियों ने बताया कि इस घटना के सिलसिले में 22 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.मृतकों में ज्यादातर चाय बागानों के श्रमिक शामिल हैं.
बीते दिनों हुई इस घटना में मृतकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. कांग्रेस ने इस घटना के लिए बीजेपी सरकार की कड़ी आलोचना की है और पीड़ितों की पीड़ा के प्रति उदासीन होने का आरोप लगाया है.
कांग्रेस ने इस घटना की सीबीआई जांच कराने की मांग करते हुए कहा, ‘‘असम के इतिहास में इस तरह की त्रासदी कभी नहीं हुई थी.’’
एक अधिकारी ने बताया कि असम के आबकारी मंत्री परिमल शुक्ल वैद्य ने अवैध शराब की बिक्री और उत्पादन पर लगाम लगाने के लिए जिला अधिकारियों को निर्देश दिये हैं. राज्य सरकार ने शराब बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले ‘लाली गुड़’ की बिक्री पर भी रोक लगा दी है.
पुलिस ने बताया कि इस घटना के सिलसिले में इन दो जिलों से कुल 22 लोगों को गिरफ्तार किया है.
जहरीली शराब कांड के विरोध में गोलाघाट में कई संगठनों ने मार्च किया और शुक्ल वैद्य का पुतला फूंका.
गोलाघाट एवं जोरहाट के दो चाय बागानों के श्रमिक जहरीली शराब पीने से बीमार हो गए थे. जिनमें से 12 लोगों की मौत उसी रात हो गई थी.अधिकारियों ने बताया कि जोरहाट मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में कम से कम 78 लोगों की इलाज के दौरान मौत हुई जबकि 20 लोगों को मृत लाया गया था. इस समय 250 से अधिक लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है.
वहीं गोलाघाट में अब तक 55 लोगों की मौत हुई है जबकि 57 लोगों का इलाज सिविल अस्पताल में चल रहा है.