एनआरसी संयोजक प्रतीक हजेला के खिलाफ एफआईआर


Ensure Justice for Excluded said cpm

 

राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) की अंतिम सूची में ‘विसंगतियों’ के आरोप में एनआरसी के असम संयोजक प्रतीक हजेला के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की गई हैं.

पुलिस ने बताया कि एक वकील और मुस्लिम छात्र संगठन अखिल असम गोरिया-मोरिया युवा छात्र परिषद ने डिब्रूगढ़ और गुवाहाटी में हजेला के खिलाफ अलग-अलग एफआईआर दर्ज कराई हैं.

पुलिस ने बताया कि चंदन मजूमदार ने चार अगस्त को डिब्रूगढ़ पुलिस थाने में हजेला के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. उनका नाम एनआरसी की अंतिम सूची में नहीं है.

मजूमदार ने आरोप लगाया कि उन्होंने सभी दस्तावेज दिए थे लेकिन ‘‘कर्मचारियों की अक्षमता और आपराधिक षड्यंत्र’’ के कारण एनआरसी की अद्यतन सूची में उनका नाम शामिल नहीं किया गया.

छात्र परिषद ने गुवाहाटी के लतासिल थाने में तीन सितंबर को राज्य के संयोजक के खिलाफ एक अन्य शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायत में अंतिम सूची में जानबूझकर विसंगतियों का दावा किया गया.

छात्र संगठन द्वारा दर्ज एफआईआर में कहा गया है, ‘‘सूची में कई मूल निवासियों के नाम शामिल नहीं किए गए हैं और यह एनआरसी के प्रदेश संयोजक ने जानबूझकर किया है.’’

हालांकि, पुलिस ने अभी दूसरी एफआईआर के आधार पर मामला दर्ज नहीं किया है.

हजेला की टिप्पणियां नहीं मिल पाई क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें मीडिया से बातचीत करने से रोक रखा है.

गुवाहाटी के गीतानगर थाने में एनजीओ असम लोक निर्माण कार्य (एपीडब्ल्यू) ने तीन घोषित विदेशियों के खिलाफ तीसरी शिकायत दायर की है जिनके नाम एनआरसी की अंतिम सूची में हैं.

एपीडब्ल्यू सुप्रीम कोर्ट में मूल याचिकाकर्ता है जिसके चलते छह साल पहले एनआरसी को अपडेट किया गया था.


ताज़ा ख़बरें