फेडरर ऑस्ट्रेलियाई ओपन के सेमीफाइनल में, जोकोविच से होगा सामना
स्विट्जरलैंड के दिग्गज रोजर फेडरर चमत्कार में विश्वास करते हैं और ऐसा ही चमत्कार उन्होंने मेलबर्न में ऑस्ट्रेलियाई ओपन में दिखाया, जब इस 38 वर्षीय खिलाड़ी ने सात मैच प्वाइंट बचाकर वर्ष के पहले ग्रैंडस्लैम के सेमीफाइनल में जगह बनाई जहां उनका सामना गतविजेता सर्बिया के नोवाक जोकोविच से होगा.
छह बार के चैंपियन फेडरर ने चौथे सेट में 4-5 के स्कोर पर तीन और फिर टाईब्रेकर में चार मैच प्वाइंट बचाए. करारे शॉट जमाने में माहिर और कोर्ट पर चपल टैनिस सैंडग्रेन को पांच सेट तक चले क्वार्टर फाइनल मुकाबले में 6-3, 2-6, 2-6, 7-6 (10-8), 6-3 से हराया.
फेडरर की जीत की भूख अब भी पहले की तरह बरकरार है और उन्होंने समय समय पर इसे जाहिर किया था. अपने से दस साल छोटे और 100वीं रैंकिंग के अमेरिकी खिलाड़ी के खिलाफ भी उन्होंने अपने जोश, जज्बे और भरोसे को दिखाकर यादगार वापसी की और 15वीं बार ऑस्ट्रेलियाई ओपन के अंतिम चार में प्रवेश किया जहां उनका सामना नोवाक जोकोविच से होगा.
जोकोविच ने क्वार्टर फाइनल में कनाडा के मिलोस राओनिच को शिकस्त देकर अंतिम चार में जगह पक्की की. विश्व रैंकिंग में दूसरे स्थान पर काबिज सर्बिया के इस खिलाड़ी ने बड़े सर्विस करने के लिए जाने जाने वाले राओनिच को 6-4, 6-3, 7-6 से हराकर अपने आठवें ऑस्ट्रेलियाई ओपन और 17वें ग्रैंड स्लैम की तरफ कदम बढाया.
ऑस्ट्रेलियाई ओपन के पिछले 14 सत्र में इन दोनों खिलाड़ियों ने 12 बार खिताब साझा किए हैं.
दोनों के बीच अब तक 49 मुकाबले खेले गए हैं जहां सर्बिया के खिलाड़ी ने 26 में जीत दर्ज की है जबकि स्विट्जरलैंड के फेडरर ने 23 मुकाबले जीते हैं.
ऑस्ट्रेलियाई ओपन में रिकॉर्ड 15वीं बार सेमीफाइनल में पहुंचे जोकोविच ने फेडरर के प्रति सम्मान जताते हुए कहा, ”रोजर के प्रति मेरे मन में अगाध श्रद्धा है. मैं चाहूंगा कि अच्छा खेलने वाला खिलाड़ी जीते.”
उन्होंने कहा, ”फेडरर ने इस उम्र में सात मैच प्वाइंट बचाकर वापसी की जो बेहद ही शानदार है.
इस बीच फेडरर को अभद्र भाषा का उपयोग करने के लिए चेतावनी भी मिली. इसके बाद तीसरे सेट में वह ग्रोइन की चोट के लिये कोर्ट से बाहर भी गए और बाद में उन्होंने दायें पांव की मालिश के लिए एक ट्रेनर की मदद ली.
फेडरर ने बाद में कहा, ”मैं चमत्कार में विश्वास करता हूं. कभी कभी भाग्य भी आपका साथ देता है.”
इस 20 बार के ग्रैंडस्लैम चैंपियन ने कहा, ”मैच आगे बढ़ने के साथ मैं बेहतर महसूस करने लगा और सारा दबाव हट गया. मैं इसका हकदार नहीं था लेकिन मैं यहां खड़ा हूं और निश्चित तौर पर बहुत खुश हूं.”
सैंडग्रेन ने दूसरा और तीसरा सेट जीतने के बाद चौथे सेट में 5-4 से बढ़त बना रखी थी. फेडरर की सर्विस पर उनके पास तीन मैच प्वाइंट थे. पहले पर सैंडग्रेन ने बैकहैंड नेट पर मार दिया. दूसरे में उनका फोरहैंड बाहर चला गया और तीसरे में फोरहैंड नेट पर जा लगा.
यह गेम टाईब्रेकर तक खिंचा जिसमें स्कोर एक समय 3-3 से बराबर था. सैंडग्रेन ने अगले तीन अंक जीते और अब उन्हें जीत के लिये एक अंक की जरूरत थी. इस पूरे टाईब्रेकर में उन्हें चार मैच प्वाइंट मिले लेकिन वह किसी का फायदा नहीं उठा पाए.