लोकसभा चुनाव: उम्मीदवारों से बैंक का एनओसी देने की मांग


rti revealed: anonymous flow of money in west bengal in general election

 

बैंको का बढ़ता एनपीए लगातार चिंता का विषय बना हुआ है. अब इसको लेकर तीखे सवाल उठने लगे हैं. बैंक कर्मचारियों के संगठन ने चुनाव आयोग से मांग की है कि चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार से बैंक का नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट मांगा जाए. संगठन ने कहा है कि इसे उम्मीदवार से मांगी जाने वाली अन्य जानकारियों में शामिल किया जाए.

दिल्ली प्रदेश बैंक कर्मचारी संगठन की यहां जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि संगठन ने इस संबंध में मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र भेजा है. इसमें कहा गया है कि चुनाव लड़ने वाले प्रत्येक उम्मीदवार को उनके बैंकरों की तरफ से जारी नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट जमा कराने को कहा जाना चाहिए. उन्हें इस बात का प्रमाण देना चाहिए कि उन पर बैंकों का कोई फंसा कर्ज नहीं है.

संगठन के महासचिव अश्विनी राणा की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि आम आदमी को कर्ज देते समय सभी उसका सिबिल स्कोर देखा जाता है. तमाम मानकों पर खरा उतरने के बाद ही उसको कर्ज दिया जाता है. संगठन की मांग है कि इसी आधार पर हर प्रत्याशी के लिए ये अनिवार्य किया जाना चाहिए.

उल्लेखनीय है कि देश का बैंकिंग तंत्र विशेषकर सरकारी क्षेत्र के बैंक पहले से ही भारी एनपीए के बोझ तले दबे हुए हैं. बैंकों का हजारों करोड़ रुपये कर्ज लेनदारों के पास फंसा है. इससे बैंकों के कामकाज पर बुरा असर पड़ा है.


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