भूटान में पीएम मोदी बोले- भारत-भूटान के लोगों में सांस्कृतिक जुड़ाव


Bhutan: Modi speaks at Royal University, cultural engagement among people of India-Bhutan

 

भूटान के दो दिवसीय दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां दूसरे दिन रॉयल यूनिवर्सिटी के छात्रों को संबोधित किया. संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘भारत और भूटान के लोग केवल भौगोलिक रूप से नहीं जुड़े हैं, बल्कि सांस्कृति रूप से गहराई से जुड़े हुए हैं. भूटान में आने वाला व्यक्ति उसकी प्राकृतिक सुंदरता से उतना ही प्रभावित होता है जितना कि उसके लोगों की गर्मजोशी और सादगी से.’

उन्होंने केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना पर बात करते हुए कहा कि भारत दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य आयुष्मान योजना का घर भारत है. आयुष्मान योजना भारत में लगभग 50 करोड़ भारतीयों को स्वास्थ्य का आश्वासन देती है.

उन्होंने मोबाइल डेटा के बारे में कहा, भारत में सबसे सस्ती डेटा कनेक्टिविटी है, जो प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लाखों लोगों को सशक्त बना रही है.

प्रधानमंत्री ने अपनी किताब ‘एग्जाम वॉरियर्स’ के बारे में बताया, ‘मैंने जो कुछ लिखा वह भगवान बुद्ध  की शिक्षाओं से प्रभावित है. विशेष रूप से सकारात्मक दिशा में काम करना, अपने भय पर काबू पाना और एकता में रहना.’

भारत वह भूमि है जहां राजकुमार सिद्धार्थ गौतम बुद्ध बने और जहां से बौध धर्म का प्रकाश दुनिया में फैला, भूटान में बौद्ध संतों और बौद्ध भिक्षुओं की पीढ़ियों ने इस मसाल को भूटान में और अधिक प्रकाशित किया.

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘भारत सबसे बड़े स्टार्टअप इकोसिस्टम में से एक है, भारत में फिलहाल इनोवेशन का अच्छा समय चल रहा है. उन्होंने कहा मैं भूटान के युवाओं से मिल रहा हूं. ये भविष्य में इनोवेटर, बिनसमैन, खिलाड़ी, आर्टिस्ट और साइंटिस्ट बनेंगे.’

‘यह बहुत खुशी की बात है कि युवा भूटानी वैज्ञानिक भारत जाएंगे और भूटान के अपने छोटे सैटेलाइट की डिजाइनिंग और लॉन्चिंग पर काम करेंगे. मैं उम्मीद करता हूं जल्द ही आप में से कई वैज्ञानिक, इंजिनियर्स और इनोवेटर्स होंगे.’

प्रधानमंत्री मोदी ने चंद्रयान का जिक्र करते हुए कहा कि 2022 तक देश भारतीय नागरिकों को अंतरिक्ष में भेजेगा.


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