बीजेपी CAB से द्विराष्ट्र के सिद्धांत को फिर से जिंदा करने की कोशिश में: येचुरी
सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने आरोप लगाया कि संसद में नागरिकता (संशोधन) विधेयक के पारित होने के साथ ही बीजेपी अब सावरकर और जिन्ना द्वारा प्रचारित द्विराष्ट्र के सिद्धांत को ‘फिर से जिंदा’ करने की कोशिश कर रही है.
राज्यसभा ने 11 दिसंबर को नागरिकता संशोधन विधेयक को मंजूरी दे दी. इससे पहले विधेयक को नौ दिसंबर को लोकसभा की मंजूरी मिल चुकी थी.
येचुरी ने ट्वीट किया, ‘भारत का बंटवारा 1947 में हुआ था. हिंदू और मुस्लिम मातृभूमि, दोनों के प्रस्तावक एक ही घातक, विभाजनकारी, घृणित और भारतीय विरोधी प्रस्ताव के दो पक्ष थे. भारत ने द्विराष्ट्र के सिद्धांत को खारिज कर दिया. बीजेपी कैब के जरिए इसे फिर जिंदा करने की कोशिश कर रही है.’