उत्तर प्रदेश: अपनी ही सरकार के खिलाफ धरने पर बैठे बीजेपी के 200 विधायक


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उत्तर प्रदेश विधानसभा में बीजेपी के विधायक अपनी ही सरकार के खिलाफ धरने पर बैठ गए हैं. उन्होंने सरकार पर विधायकों के उत्पीड़न का आरोप लगाया है. विपक्षी विधायकों ने भी उनका साथ दिया. यह इस तरह का पहला मौका है जब सत्ता पक्ष की वजह से सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी हो.

इस पूरे मामले में बीजेपी की बहुत किरकिरी हुई. बीजेपी के विधायकों ने सदन में बोलने नहीं देने का आरोप लगाया. इसके खिलाफ बीजेपी के करीब 200 विधायक विपक्षी विधायकों के साथ धरने पर बैठ गए.

सबसे पहले बीजेपी के विधायक नंद किशोर गुर्जर ने सरकार पर उत्पीड़न का आरोप लगाया. जिसके बाद बड़ी संख्या में बीजेपी विधायक उनके समर्थन में आ गए. असल में उत्तर प्रदेश के एक विधायक से पूछताछ करने के लिए रात में पुलिस पहुंची थी. बीजेपी विधायक इस मामले को सदन में उठाना चाहते थे. लेकिन उन्हें विधानसभा में बोलने नहीं दिया गया. इससे नाराज होकर वे धरने पर बैठ गए.

सपा एमएलसी आनंद भदौरिया ने कहा कि विधानसभा कल तक स्थगित होने के बाद भी भाजपा के 100 से ज्यादा विधायक सदन में अपनी ही सरकार में उपेक्षित होने के कारण बैठे.

बीजेपी के इन विधायकों को विपक्षी विधायकों का भी साथ मिला. हालांकि, विधानसभा 18 दिसंबर तक स्थगित हो गई है. विधायकों का आरोप है कि लगातार कई माह से उत्पीड़न हो रहा है. चंद अफसर मुख्यमंत्री को गुमराह कर रहे हैं. विधायक और मीडिया के लोगों को अधिकारी निशाना बना रहे हैं. भाजपा विधायकों की लगातार बेइज्जती की जा रही है. विधायक ने मुख्यमंत्री से पूछा है कि चार महीने में स्थायी मुख्य सचिव क्यों नियुक्त नहीं किया गया.


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