भारत, चिली ने मुक्त व्यापार समझौते का दायरा बढ़ाने के लिए वार्ता शुरू की


India's export continue to shrink for continuous fifth month

 

भारत और दक्षिण अमेरिकी देश चिली ने द्विपक्षीय वाणिज्यिक एवं आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए व्यापार समझौते के विस्तार पर बातचीत शुरू की है. एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी है.

दोनों देशों ने आठ मार्च, 2006 को तरजीही व्यापार समझौता (पीटीए) किया था. यह करार अगस्त, 2007 से अमल में है.

दोनों देशों ने 2016 में इस करार में नए उत्पादों को शामिल कर इसका विस्तार किया.

अधिकारी ने कहा कि दोनों देशों ने करार में दूसरी बार विस्तार को लेकर नए सिरे से बातचीत शुरू की है. इस बातचीत का पहला दौर हाल ही में संपन्न हुआ है.

अधिकारी ने कहा, ”दोनों पक्षों ने मार्च में या अप्रैल की शुरुआत में चिली के सैनटियागो में अगले दौर की बातचीत का निर्णय लिया है.”

अधिकारी ने कहा कि भारत चिली को विस्तृत उत्पादों का निर्यात करता है. चिली द्वारा शुल्कों की विस्तृत श्रृंखला की पेशकश को देखते हुए विस्तृत तरजीही व्यापार करार से दोनों देशों को ही फायदा होगा.

लातिनी अमेरिकी देशों में में चिली, भारत के सबसे बड़े व्यापार भागीदारों में से एक है.

वित्त वर्ष 2018-19 में दोनों देशों का द्विपक्षीय व्यापार मामूली गिरकर 2.22 अरब डॉलर रहा था.

भारत चिली को मुख्यत: परिवहन उपकरणों, दवाओं, पॉलिएस्टर धागे, टायर और ट्यूब, धातु के उत्पाद, प्रसाधन, जैविक व गैर जैविक कृषि रसायन, वस्त्र, तैयार कपड़े, प्लास्टिक के सामान, चमड़े के उत्पाद, इंजीनियरिंग के सामान, खेल-कूद के सामान, हथकरघा उत्पादों आदि का निर्यात करता है.

चिली मुख्य तौर पर भारत को तांबा अयस्क, आयोडीन, कॉपर एनोड, कॉपर कैथोड, मॉलीबडेनम अयस्क, लिथियम कार्बोनेट, धातु के कबाड़, रसायन, कागज, फल, मेवे, उर्वरक, मशीनों आदि का निर्यात करता है.


ताज़ा ख़बरें