चीन ने दलाईलामा का मुद्दा UN में ले जाने की अमेरिकी योजना पर नाराजगी जताई


china ire over plan of us to take dalai lama issue in un

 

चीन ने दलाईलामा के उत्तराधिकारी का मुद्दा संयुक्त राष्ट्र में ले जाने की अमेरिका की योजना पर ऐतराज किया और उस पर उसके अंदरूनी मामलों में ‘हस्तक्षेप’ करने के लिए संयुक्त राष्ट्र का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया.

चीन कहता रहा है कि दलाईलामा इस साल 84 साल के हो गए हैं और उनके उत्तराधिकारी पर उसकी हामी अनिवार्य है .

धर्मशाला में हाल ही में दलाईलामा से भेंट कर चुके अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता से संबंधित अमेरिका के राजदूत सैम ब्राउनबैक ने कहा कि अमेरिका चाहता है कि संयुक्तराष्ट्र दलाईलामा के उत्तराधिकारी का मुद्दा अपने हाथ में ले.

उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र में सुरक्षा परिषद में वीटो के अधिकार वाला चीन किसी भी कार्रवाई को रोकने का प्रयास करेगा लेकिन कम से कम अन्य देश संयुक्त राष्ट्र में अपनी आवाज तो उठाएंगे.

मीडिया के अनुसार उन्होंने कहा, ”मैं समझता हूं कि जल्द वैश्विक विमर्श होना महत्वपूर्ण है क्योंकि वह वैश्विक प्रभाव वाली वैश्विक हस्ती हैं.”

ब्राउनबैक की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ”संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय सहयोग का मंच है.”

उन्होंने कहा,”अमेरिका चीन के अंदरूनी मामले में दखल देने के लिए संयुक्त राष्ट्र का इस्तेमाल कर रहा है. यह संयुक्त राष्ट्र चार्टर के उद्देश्यों एवं सिद्धांतों के विरूद्ध है.”

गेंग ने कहा, ” 14 वें दलाईलामा राजनीतिक रूप से निर्वासित हैं जो धर्म की आड़ में विदेशी धरती का इस्तेमाल चीन विरोधी गतिविधियों के लिए कर रहे हैं.”

उन्होंने कहा कि चीन किसी भी विदेशी अधिकारी के साथ दलाईलामा के किसी भी संपर्क का दृढ़ता से विरोध करता है.


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