आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप पर भड़का चीन


China reaction on america statement

 

चीन ने अमेरिकी अधिकारी के उस बयान को सख्ती के साथ खारिज कर दिया जिसमें कहा गया था कि चीनी सरकार की 30 साल पहले थियेनआनमन चौक पर लोकतंत्र समर्थकों के खिलाफ हुई कार्रवाई ‘एक पूर्ण नरसंहार’ थी.

चीन ने इसे ‘गैरजरूरी दोषारोपण’ बताते हुये वाशिंगटन से कहा है कि वह उसके आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करना बंद करे.

विदित हो कि साल 1989 में थियेनआनमान चौक पर सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) के खिलाफ विद्रोह कर रहे लोकतंत्र समर्थक छात्रों का आंदोलन बुरी तरह कुचल दिया गया था. माना जाता है कि इस विरोध प्रदर्शन में हजारों लोग मारे गए थे.

अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मार्गन आरटागस ने 30 मई को कहा था कि चार जून 1989 को भूला नहीं जाना चाहिये और यह ‘शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों का पूर्ण रूप से नरसंहार’ था.

चीनी विदेश मंत्रालय गेंग शुआंग ने कहा कि जो अमेरिकी प्रवक्ता ने कहा है उसमें चीन पर बेवजह का दोषारोपण किया गया है और यह उसके आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप है. चीन इसे पूरी तरह खारिज करता है.


ताज़ा ख़बरें