नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ गुवाहाटी में कर्फ्यू, त्रिपुरा में सेना बुलाई गई


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नागरिकता संशोधन विधेयक (कैब) को लेकर विरोध प्रदर्शनों के बीच असम के गुवाहाटी में अनिश्चिकाल के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया जबकि त्रिपुरा में सेना बुलाई गई है और असम में सेना की टुकड़ी को तैयार रहने को कहा गया है.

इस बीच संसद ने इस विधेयक को पारित कर दिया है. लोकसभा में इसे 9 दिसंबर की देर रात पारित किए जाने के बाद अब राज्यसभा ने भी इसे अपनी मंजूरी दे दी.

शहरों में व्यापक विरोध प्रदर्शन के बीच असम के 10 जिलों में शाम सात बजे से 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद हैं.

राज्य सरकार के अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि शांति भंग करने के लिए सोशल मीडिया के दुरुपयोग को रोकने और कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए इंटरनेट सेवाओं को स्थगित रखा जाएगा.

अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह और राजनीतिक विभाग) कुमार संजय कृष्णा द्वारा जारी एक अधिसूचना के अनुसार लखीमपुर, धेमाजी, तिनसुकिया, डिब्रूगढ़, चराइदेव, शिवसागर, जोरहाट, गोलाघाट, कामरूप (मेट्रो) और कामरूप में इंटरनेट सेवाएं बंद रहेंगी.

शुरूआत में असम के पुलिस महानिदेशक भास्कर ज्योति महंत ने बताया था कि कर्फ्यू 12 दिसंबर की सुबह सात बजे तक प्रभावी रहेगा. हालांकि उन्होंने बाद में बताया कि कर्फ्यू अनिश्चिकाल के लिए बढ़ा दिया गया है.

शिलांग में सेना के एक प्रवक्ता ने बताया कि त्रिपुरा में सेना बुला ली गई और असम में सेना की टुकड़ियों को रात में ही तैनात कर दिया जाएगा.

प्रवक्ता ने बताया कि सेना की एक-एक टुकड़ी को त्रिपुरा के कंचनपुर और मनु में तैनात किया गया है जबकि गुवाहाटी में रात तक सेना तैनात हो जाएगी. सेना के जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल पी खोंगसाई ने यह जानकारी दी.

उन्होंने कहा, ”सेना की दो टुकड़ियां तत्काल गुवाहाटी जा रही हैं और वे जल्द ही पहुंच जाएंगी.”

जनसंपर्क अधिकारी ने कहा कि ये टुकड़ियां शहर में पहुंचते ही तैनात कर दी जाएंगी और ये फ्लैग मार्च करेंगी.

हालांकि त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने अगरतला में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राज्य के किसी भी स्थान पर सेना तैनात नहीं की गई है.


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