निषाद पार्टी का बीजेपी के साथ गठबंधन घाटे का सौदा: अखिलेश यादव
उत्तर प्रदेश में निषाद पार्टी ने बीजेपी के साथ गठबंधन की घोषणा की और सपा के टिकट पर पिछले साल गोरखपुर लोकसभा उपचुनाव में जीत दर्ज करने वाले प्रवीण निषाद बीजेपी में शामिल हो गए.
कुछ ही घंटे बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इसे बीजेपी के लिए ‘घाटे का सौदा’ बताया.
प्रवीण निषाद गोरखपुर से पिछले उपचुनाव में विजयी हुए थे जब उन्होंने बीजेपी के खिलाफ सपा और बसपा से हाथ मिला लिया था. प्रवीण निषाद के पिता संजय निषाद, निषाद पार्टी के प्रमुख हैं. पिछले उपचुनाव में प्रवीण निषाद सपा के टिकट पर चुनाव लड़े थे.
हालांकि, बाद में संजय निषाद और सपा प्रमुख अखिलेश यादव के बीच मतभेद की खबरें सामने आईं क्योंकि सपा उन्हें अपने चिह्न पर चुनाव लड़ाना चाहती थी जबकि वे निषाद पार्टी के चिह्न पर चुनाव लड़ना चाहते थे.
भाजपा ने अभी तक गोरखपुर सीट से अपने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है. गोरखपुर सीट को उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गढ़ माना जाता है और इस सीट पर योगी 1998 से जीत दर्ज करते रहे हैं.
निषाद के भाजपा में शामिल होने के बाद अब गोरखपुर से उनका भाजपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ना लगभग तय माना जा रहा है.
निषाद पार्टी का गोरखपुर के साथ ही बस्ती, महाराजगंज, देवरिया और डुमरियागंज में अच्छा प्रभाव है.
इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, “यह भाजपा के लिए घाटे वाला सौदा है क्योंकि जनता ने सांसद को नहीं, उनके पीछे एकजुट महागठबंधन को चुना था. चुनाव में इन मौसेरों की नैया डूबना तय है.”
उन्होंने सवाल किया कि गोरखपुर में सांसद जी को मठाधीशी का जो झोला भर प्रसाद मिला है, उसे वह पूरा गटक जाएंगे या किसी से बाँटेंगे भी?
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गढ़ गोरखपुर से निषाद समाजवादी पार्टी के टिकट पर लोकसभा का उपचुनाव जीते थे.