सावरकर का सही इतिहास पढ़ाने को लेकर बीजेपी-कांग्रेस में जुबानी जंग


conflict in BJP-Congress for teaching Savarkar's true history

 

राजस्थान की नयी कांग्रेस सरकार ने स्कूली शिक्षा पाठ्यक्रम में सावरकर से जुड़े पाठ के तथ्यों में कुछ बदलाव किया है. इसे लेकर कांग्रेस और बीजेपी आमने सामने आ गए हैं.

राज्य के स्कूली शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने सरकार के इस कदम पर कहा कि बीजेपी सरकार ने महात्मा गांधी व जवाहर लाल नेहरू जैसी विभूतियों की भूमिका को कमतर कर आरएसएस विचारक वीर सावरकर और दीनदयाल उपाध्याय का महिमामंडन किया था.

डोटासरा ने कहा कि राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद पाठ्यक्रम समीक्षा समिति बनाई गयी थी. सावरकर ने ब्रिटिश सरकार से माफी मांगी थी, इस तथ्य को उनकी जीवनी में जोड़ा गया है.

जबकि बीजेपी सरकार ने कुछ साल पहले तैयार पाठ्यक्रम में सावरकर को वीर, महान देशभक्त बताया था. अब इसमें जोड़ा गया है कि सावरकर ने जेल की यातनाओं से परेशान होकर ब्रिटिश हुकूमत से माफी मांगी थी.

बीजेपी की सरकार में शिक्षा मंत्री रहे वासुदेव देवनानी ने राज्य सरकार के कदम पर कटाक्ष करते हुए ट्वीट किया है, “महाराणा प्रताप के बाद अब प्रदेश की कांग्रेस सरकार द्वारा हिंदुत्व विरोधी मानसिकता से महान राष्ट्रभक्त वीर सावरकर का अपमान, एक परिवार विशेष को पूजने वाली पार्टी का अन्य महापुरुषों के बारे में सदैव ऐसा ही आचरण रहा है.”

डोटासरा ने कहा, “समिति ने ठोस तथ्यों के आधार पर अपनी बात लिखी है जिसे पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है. उसके पास साक्ष्य हैं. उनके आधार पर लिखा है कि सावरकर ने माफी के लिए दर्खास्त दी थी. यह बात ऐसे ही कोई नहीं लिख सकता.”

बीजेपी के विरोध पर शिक्षा मंत्री ने कहा, “बीजेपी के पेट में बल पड़ता होगा. हमें कोई फर्क नहीं पड़ता. हम इतिहास में जो है वही पढाएंगे.”


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