दिल्ली: आम आदमी पार्टी और कांग्रेस में नहीं होगा गठबंधन


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आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन की अटकलों के बीच खबर आई है कि कांग्रेस ने आप से गठबंधन ना करने का फैसला किया है. इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आम आदमी पार्टी से आम चुनाव में गठबंधन की संभावना को लेकर आज एक बैठक बुलाई थी.

इससे पहले आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने गठबंधन के लिए कांग्रेस से सार्वजनिक अनुरोध किया था. लेकिन कांग्रेस ने आप के साथ गठबंधन पर आगे बढ़ने से इनकार कर दिया था. नतीजतन, कुछ दिनों पहले आप ने सात सीटों में से छह लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी थी.

लेकिन पुलवामा हमले के बाद बीजेपी ने जिस तरह से कांग्रेस पर राजनीतिक बढ़त बनानी शुरू की है, उसके चलते कांग्रेस ‘फ्रंटफुट’ पर खेलने के अपने फैसले पर दोबारा विचार कर रही है.

वैसे अगर राजनीतिक गणित के नजरिए से देखा जाए तो दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस का गठबंधन बीजेपी पर भारी पड़ सकता था.

साल 2014 के लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस को सम्मिलित रूप से दिल्ली की सात में से छह सीटों पर बीजेपी से अधिक वोट मिले थे.

दिल्ली नगर निगम के चुनाव में भी बीजेपी को जीत मिली थी. इस चुनाव में कांग्रेस को 21.1 फीसदी और आम आदमी पार्टी को करीब 16 फीसदी वोट मिले थे. वहीं 36 फीसदी वोट के साथ बीजेपी दो तिहाई सीटों पर जीतने में कामयाब रही थी. आप और कांग्रेस को मिले वोट को जोड़ दिया जाए तो यह करीब 37 फीसदी वोट होता है, जो बीजेपी से अधिक है.

लोकसभा चुनाव 2014 में बीजेपी को सभी सात सीटों पर जीत मिली थी. वोट बैंक में सेंध लगने की वजह से कांग्रेस को सबसे कम वोट मिले थे.

जानकार मानते हैं आम आदमी पार्टी से गठबंधन नहीं होने की सूरत में कांग्रेस को दिल्ली में नुकसान उठाना पड़ सकता है.

जाहिर है कि कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में फ्रंटफुट पर खेले के अपने निर्णय पर दोबारा विचार करना पड़ रहा है. आप के प्रति उसके रूखेपन की वजह ये भी है कि शुरुआत में कांग्रेस-विरोध ही आम आदमी पार्टी की राजनीतिक पूंजी रहा है.

इनपुट: हिन्दुस्तान टाइम्स


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