अपने डिजिटल अभियान को अंतिम रूप देती कांग्रेस
लोकसभा चुनाव में अपनी खोई हुई राजनीतिक जमीन हासिल करने के लिए कांग्रेस इस बार डिजिटल मंचों के इस्तेमाल में पीछे रहना नहीं चाहती. अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक़, पार्टी ने सोशल मीडिया पर अपनी पहुंच बढ़ाने की जिम्मेदारी 36 साल के हितेश चावला और 38 साल के नरेश अरोड़ा को सौंपी है. हितेश गुरुग्राम स्थित डाटा विश्लेषण कंपनी ‘सिल्वर पुश’ से जुड़े हैं जबकि नरेश अरोड़ा सूरत स्थित कंपनी ‘डिजाइन बॉक्स्ड’ में काम करते हैं.
कांग्रेस ने इसके साथ-साथ मीडिया संचार कंपनी ‘पर्सेप्ट और निकसन’ को भी अपने डिजिटल अभियान से जोड़ा है. हालांकि इन सभी कंपनियों को दिशा-निर्देश सैम पित्रोदा और पवन खेरा वाली समन्वय समिति से ही लेने होंगे.
इन कंपनियों ने पिछले शनिवार को #ShutDaFakeUp अभियान के साथ आम चुनाव के लिए छोटी सी शुरुआत भी की. हालांकि सोशल मीडिया पर ये कंपनियां 2 अप्रैल अपने अभियान को अधिक व्यवस्थित ढंग से शुरू करेंगी.
डेटा कंपनी के रूप में सिल्वर पुश का काम ‘कंटेट जनरेट’ नहीं होगा. बल्कि वह पार्टी की सोशल मीडिया मंचों पर पहुंच और पैठ का विश्लेषण करेगी. इसके लिए कंपनी ‘सैंटीमेंट एनालिसिस’ करेगी जिससे यह पता लगेगा स्थानीय स्तर पर कौन से डिजिटल कैम्पेन किन समुदायों के बीच असरदार रहने वाले हैं. मतदाताओं तक पहुंचने के लिए कंपनी व्हाट्सएप संदेशों और एसएमएस पुश जैसे माध्यमों का उपयोग करेगी.
2019 का चुनाव सिल्वर पुश कंपनी के लिए राजनीतिक क्षेत्र में पहला कदम है. वहीं डिजाइन बॉक्स्ड ने 2015 में इस क्षेत्र में कदम रखा था. कंपनी ने पंजाब में सांसदों के लिए डिजिटल रणनीति तैयार की थी. कंपनी ने 2017 में पंजाब विधानसभा के आखिरी अभियान में प्रशांत किशोर की कंपनी आई-पीएसी (I-PAC) की जगह ली थी. कंपनी ने इसी साल कांग्रेस के लिए हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में भी काम किया था. साथ ही पिछले साल हुए छत्तीसगढ़ और राजस्थान चुनाव में भी कंपनी ने पार्टी के प्रचार में मुख्य भूमिका निभाई थी.
अरोड़ा ने कहा कि उनकी टीम कांग्रेस के राजनीतिक अभियान के लिए सभी सोशल मीडिया मंचों का इस्तेमाल करने की योजना बना रही है. उन्होंने कहा,”फेसबुक पर लोग लंबी पोस्ट नहीं पढ़ना चाहते हैं. ग्राफिक्स के साथ भी लोग नहीं पढ़ते हैं. इसलिए लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए उन्हें कुछ तेज होगा.”