आर्थिक मंदी को लेकर विपक्षी पार्टियों से चर्चा करेगी कांग्रेस
आर्थिक मंदी को लेकर कांग्रेस पार्टी विपक्षी पार्टियों की एक बैठक बुलाने जा रही है. लोकसभा चुनाव में हार के बाद यह संसद के बाहर अपनी तरह की ऐसी पहली बैठक होगी. इस बैठक के लिए अभी तारीख निर्धारित नहीं हुई है, लेकिन कांग्रेस पार्टी इस बैठक की रूपरेखा खींचने में जुट गई है.
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, “इस महीने के अंत में इस बैठक के होने का अनुमान है. अभी हम इसे लेकर चर्चा कर रहे हैं. अर्थव्यवस्था की हालत नाजुक है. ऑटो क्षेत्र में हजारों नौकरियों के जाने और बहुत सी मैन्युफैक्चरिंग यूनिटों के बंद हो जाने को लेकर विपक्षी पार्टियों को साथ आने की जरूरत है.”
वहीं पिछले हफ्ते कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुई बैठक में पार्टी ने अर्थव्यवस्था की खस्ता हालत को दर्शाने के लिए 15 से 25 अक्टूबर के बीच देश भर में विरोध प्रदर्शन और 20 से 30 सितंबर के बीच सम्मेलन करने का फैसला लिया है.
बताया जा रहा है कि पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के जेल में होने के कारण आर्थिक मुद्दों पर अपनी स्थिति के लिए पार्टी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का रुख किया है. हाल के एक वीडियो में मनमोहन सिंह ने पिछले छह वर्षों की सबसे कम आर्थिक वृद्धि दर के लिए बीजेपी के ‘चौतरफा कुप्रबंधन’ को जिम्मेदार ठहराया है.
आर्थिक मुद्दों के साथ इस बैठक में दूसरे मुद्दों पर भी बात होगी. असम से इतर दूसरे बीजेपी शासित राज्यों के मुख्मंत्रियों द्वारा अपने-अपने राज्यों में एनआरसी तैयार करने के मुद्दे पर भी इस बैठक में बात होगी. कांग्रेस ने अभी तक एनआरसी पर अपनी स्थिति साफ नहीं की है.