हर राउंड की मतगणना के जारी होंगे लिखित परिणाम


Counting of votes will be issued for every round

 

चुनाव आयोग ने हर राउंड  पर चुनाव परिणाम लिखित में देने की कांग्रेस की मांग मान ली है. हालांकि आयोग के इस फैसले के बाद बाद चुनाव परिणाम के लिए लंबा इंतजार करना होगा. यह प्रक्रिया  मध्य प्रदेश के साथ-साथ राजस्थान, छत्तीसगढ़, मिजोरम और तेलंगाना में भी अपनाई जाएगी. आठ दिसंबर को इस संबंध में दिल्ली से चुनाव आयोग ने आदेश जारी कर दिए हैं.

हर राउंड के परिणाम की घोषणा के बाद ही दूसरे दौर के लिए ईवीएम मशीनों को स्ट्रांग रूम से निकाली जाएंगी. हर विधानसभा क्षेत्र में 14 टेबल लगाकर गणना की जाएगी और अलग-अलग विधानसभा क्षेत्र में 16 से लेकर 20 राउंड में गणना होगी. हर राउंड की गणना और फिर उसके परिणाम की घोषणा में आधा से पौन घंटा लग सकता है. ऐसे में समझा जा सकता है कि पूरी गणना में दस घंटे से ज्यादा का समय लगेगा. साफ है कि इस वजह से वास्तविक परिणाम आने में वक्त लगेगा.

आयोग ने यह भी साफ कर दिया है कि अगले राउंड की गिनती तब-तक प्रारंभ नहीं होगी, जब तक पहले राउंड की मतगणना की गिनती समाप्त होकर उसका परिणाम डिस्प्ले बोर्ड पर प्रदर्शित न कर दिया जाए. कांग्रेस पार्टी ने हर राउंड के बाद उम्मीदवार को सर्टिफिकेट दिए जाने की मांग केंद्रीय निर्वाचन आयोग से की थी. इसके बाद आयोग ने मतगणना के दौरान अपनाई जाने वाली प्रक्रिया स्पष्ट की है. मध्यप्रदेश के अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी संदीप यादव का कहना है कि टेबुलेशन शीट पहले भी दी जाती थी.

11 दिसम्बर को सुबह आठ बजे सबसे पहले डाक मत-पत्र और सेवा मतों की गणना की जाएगी. विधानसभावार इसके लिए टेबल लगाए जाएंगे. एक टेबल में 500 मतों की गिनती होगी. इसके परिणाम आने के बाद करीब नौ बजे ईवीएम में पड़े मतों की गणना शुरू होगी. गणना में आधा घंटा का वक्त लग सकता है. अब इस गणना के एआरओ और फिर आरओ से मिलान होने के बाद टेबुलेशन के लिए भेजा जाएगा. टेबुलेशन हो जाने के बाद आरओ फिर इसका मिलान करेंगे. इसके बाद ऑब्जर्वर मिलान करेंगे. इस सब में 15 से 20 मिनट लग सकता है. इसके बाद परिणाम की घोषणा होगी.


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