चिदंबरम की जमानत याचिका खारिज करने वाले जज बने पीएमएलए के अध्यक्ष
पी चिदंबरम की जमानत याचिका खारिज करने वाले जज सुनील गौड़ को एटीपीएमएलए (प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉड्रिंग एक्ट अपील अधिकरण) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. सुनील दिल्ली हाइकोर्ट में जज थे और 23 अगस्त को वो अपने पद से रिटायर हुए हैं. वह 23 सितंबर से अध्यक्ष पद की कुर्सी संभालेंगे.
जस्टिस सुनील गौड़ ने चिदंबरम की जमानत याचिका खारिज कर दी थी. उन्होंने कहा कि चिदंबरम आएनएक्स मीडिया केस के मुख्य साजिशकर्ता हैं.
कांग्रेस ने जस्टिस गौड़ पर आरोप लगाया और उनके फैसले की ये कहकर चुटकी ली कि उन्होंने ईडी का फैसला कॉपी किया है.
कांग्रेस प्रवक्ता और सुप्रीम कोर्ट के वकील ब्रजेश कल्लप्पा ने कहा कि कौन सी ऐसी नौकरी है, जिसमें आपको सबसे ज्यादा नंबर मिलते हैं अगर आप उसमें कॉपी पेस्ट करते हैं? न्यायाधीश. चिदंबरम को उनके अध्यक्ष पद की नियुक्ति के लिए बधाई.
सुनील गौड़ ने इससे पहले भी कई हाई प्रोफाइल केस में अपना फैसला सुनाया है. उन्होंने नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ केस चलाने की इजाजत दी थी.
इसके अलावा उन्होंने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के भांजे रतुल पुरी के खिलाफ अगस्ता वेस्टलैंड मामले में उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी.