दिल्ली में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर, बारिश का नाम-ओ-निशां नहीं


Delhi's air quality is poor, no rainfall since monsoon has arrived

 

मौसम विभाग के अनुसार बीते गुरुवार को दिल्ली में प्रदूषण का स्तर मंगलवार की तुलना में दोगुना था. हवा की दिशा में अचानक बदलाव होने से राजस्थान की ओर से आने वाली धूल ने दिल्ली में प्रदूषण बढ़ा दिया है.

सड़कों की धूल, सूखी मिट्टी और बालू की वजह से PM10 पार्टिकल्स का स्तर काफी बढ़ गया था. बुधवार को PM10 पार्टिकल्स 148 था, जो कि संतुलित संख्या माना जाता है. वहीं गुरुवार को 24 घंटे औसतन एयर क्वालिटी इंडेक्स 317 दर्ज की गई. यह हवा कि गुणवत्ता का खतरनाक स्तर है.

केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के तहत प्रदूषण पूर्वानुमान एजेंसी ‘सफर’ के एक वैज्ञानिक ने बताया, “राजस्थान से उठने वाली हवाओं की वजह से दिल्ली धूल की चपेट में आया है. हवा की दिशा बदलने की वजह से खनिज भरी धूल बड़े पैमाने पर इस क्षेत्र में आई है. इसे खत्म होने में लगभग दो दिन लगेंगे.”

धूल भरी हवा कि वजह से पूरे दिन का तापमान काफी ज्यादा रहा. शुष्क हवाएं चलती रहीं और धूल भरी धुंध की वजह से आसमान सफेद रहा.

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “मौसम संबंधी कारकों में बदलाव के कारण जो प्रदूषण हुआ वह इस तथ्य से स्पष्ट था कि केवल PM10 का स्तर बढ़ा था. इसके साथ PM2.5 का स्तर नहीं बढ़ा था. PM2.5 कारखानों और गाड़ियों से निकलने वाले बारीक प्रदूषक हैं जो धुएं के रूप में उत्सर्जित होते हैं.”

मानसून के सुस्त पड़ जाने से परेशानी और बढ़ी है. पिछले हफ्ते मानसून आने के बाद से बारिश न के बराबर हुई है. और वायुमंडल में नमी न होने का मतलब है कि ज्यादा से ज्यादा धूल वातावरण में फैलेगी.

यह पहली बार नहीं है जब दिल्ली की हवा खतरनाक स्तर पर पहुंची है. इससे पहले भी राजस्थान और उत्तरी-पश्चिम क्षेत्र जैसे पाकिस्तान और राजस्थान से आने वाली धूल भरी हवा का दिल्ली पर बुरा प्रभाव पड़ा है. 12 जून को भी राजधानी में इसी तरीके से PM10 का स्तर बढ़ा था. पिछले साल ऐसा दो बार हुआ था. 2018 में जून और अगस्त के मध्य में राजस्थान और ओमान से आने वाली धूल भरी आंधी की वजह से दिल्ली के मौसम पर बुरा प्रभाव पड़ा था.

भारत के मौसम विभाग के सफदरजंग वेधशाला में तापमान, जिसे दिल्ली के मौसम में प्रमुखता से लिया जाता है, बुधवार को 37.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. यह गुरुवार को 39.2 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ गया, आद्रता का स्तर 52 से घटकर 47 हो गया.

दिल्ली में क्षेत्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र के वैज्ञानिक कुलदीप श्रीवास्तव ने जानकारी दी, “कम से कम अगले दो दिनों तक पश्चिम और उत्तरी-पश्चिम दिशा से दिल्ली में तेज हवाएं चलेंगी. अगले हफ्ते की शुरुआत में दिल्ली के कुछ इलाकों में हल्की बारिश होने का अनुमान है.”


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