संघ का हिन्दुत्व जोड़ता नहीं तोड़ता है: दिग्विजय सिंह


digvijay singh statement on the hindutwa

  twitter.com/digvijaya_28

दो बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने संघ पर एक बार फिर हमला बोला है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि संघ का हिन्दुत्व जोड़ता नहीं, तोड़ता है. उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि वह अपने धर्म का राजनैतिक अपहरण नहीं होने देंगे.

भोपाल संसदीय सीट से दिग्विजय सिंह ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है.

इस सीट पर उनका मुख्य मुकाबला बीजेपी की कट्टर हिन्दूवादी नेता प्रज्ञा सिंह ठाकुर से है. प्रज्ञा बहुचर्चित मालेगांव बम धमाकों की मुख्य आरोपी हैं और वर्तमान में जमानत पर हैं.  करकरे के खिलाफ बयान पर चुनाव आयोग ने प्रज्ञा ठाकुर को नोटिस भेजा है. 

दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया,  “संघ का हिंदुत्व जोड़ता नहीं, तोड़ता है. अपने धर्म का राजनैतिक अपहरण मैं कभी नहीं होने दूँगा. हमारे लिए हिंदू धर्म आस्था का विषय है, भगवान से हमारा निजी रिश्ता है.”

उन्होंने ट्वीट किया, “मैं हिंदू धर्म को मानता हूँ, जो हज़ारों सालों से दुनिया को जीने की राह सिखाता आया है. मैं अपने धर्म को हिंदुत्व के हवाले कभी नहीं करूँगा, जो केवल और केवल राजनीतिक सत्ता पाने के लिए संघ का षड्यन्त्र है. मुझे अपने सनातन हिंदू धर्म पर गर्व है जो वसुधैव क़ुटुम्बकम की बात कहता है.”

उन्होंने ट्वीट कर पूछा कि भाजपा के लोग कब से मेरे और ईश्वर के बीच आ गए, सर्टिफिकेट देने  वाले एजेंट बन गए?

उन्होंने ट्वीट किया, “मेरा हिंदू धर्म मेरी आस्था है. इसीलिए मैंने अपनी नर्मदा परिक्रमा का प्रचार नहीं किया, राघोगढ़ मंदिर की परम्पराओं का कभी प्रचार नहीं किया, दशकों गोवर्धन परिक्रमा और पंढरपुर दर्शन का प्रचार नहीं किया. भाजपा के लोग कब से मेरे और ईश्वर के बीच आ गए, सर्टिफ़िकेट देने वाले एजेंट बन गए?”

भोपाल संसदीय सीट पर 12 मई को मतदान होना है.

इससे पहले हिन्दुत्व एवं हिन्दू आतंकवाद के बारे में पूछे गये सवालों के जवाब में दिग्विजय सिंह ने  संवाददाताओं से कहा, ‘‘आप लोग हिन्दुत्व शब्द का उपयोग क्यों करते हैं? हिन्दुत्व शब्द मेरी डिक्शनरी में है ही नहीं.’’


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