बजरंग और दीपा को खेल रत्न, जडेजा सहित 19 को अर्जुन पुरस्कार


dipa and bajrang to get khel ratna

 

पैरापलंपिक में रजत पदक विजेता दीपा मलिक को एशियाई और राष्ट्रमंडल खेलों के चैंपियन पहलवान बजरंग पूनिया के साथ देश के सर्वोच्च खेल पुरस्कार राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार के लिये नामित किया गया जबकि क्रिकेटर रविंद्र जडेजा सहित 19 खिलाड़ियों को वर्ष 2019 के लिये अर्जुन पुरस्कार दिया जाएगा.

रियो पैरालंपिक के गोला फेंक में एफ-53 वर्ग में रजत पदक जीतने वाली 48 वर्षीय दीपा का नाम 12 सदस्यीय समिति ने दो दिवसीय बैठक के दूसरे दिन खेल रत्न पुरस्कार के लिए जोड़ा.

न्यायमूर्ति (सेवानिवृत) मुकुंदकम शर्मा की अगुवाई वाली समिति ने विश्व में 65 किग्रा में नंबर एक पूनिया को शुक्रवार को ही खेल रत्न के लिये चुन लिया था.

छह बार की विश्व चैंपियन और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता एमसी मेरीकोम ने हितों के टकराव से बचने के लिये बैठक में हिस्सा नहीं लिया. उनके निजी कोच छोटेलाल यादव द्रोणाचार्य पुरस्कार की दौड़ में शामिल थे.

समिति ने 19 खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार के लिए भी चुना है, जिसमें जडेजा के अलावा महिला क्रिकेटर पूनम यादव, ट्रैक एवं फील्ड के एथलीट तेजिंदर पाल सिंह तूर, मोहम्मद अनस और स्वप्ना बर्मन, फुटबालर गुरप्रीत सिंह संधू, हाकी खिलाड़ी चिंगलेनसना सिंह कांगुजाम, बैडमिंटन खिलाड़ी बी साई प्रणीत, निशानेबाज अंजुम मुदगिल शामिल हैं.

दिशानिर्देशों के अनुसार पुरस्कार की पात्रता के लिए एक खिलाड़ी का पुरस्कार वाले वर्ष में बेहतरीन प्रदर्शन के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पिछले चार वर्षों में लगातार अच्छा प्रदर्शन होना जरूरी है. इसके साथ ही उसमें नेतृत्वक्षमता, खेल भावना और अनुशासन के गुण भी होने अनिवार्य हैं.

पैनल ने तीनों नामों को द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए नामित किया है जिनमें पूर्व बैंडमिंटन स्टार विमल कुमार भी शामिल है, लेकिन जसपाल राणा का नाम इस सूची में शामिल नहीं है जिनके कोच रहते हुए हाल में भारतीय जूनियर निशानेबाजों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार अच्छा प्रदर्शन किया.

इसके अलावा तीन नाम द्रोणाचार्य पुरस्कार (जीवन पर्यन्त) के लिये भेजे गए हैं, जिसमें गौतम गंभीर के कोच रहे संजय भारद्वाज भी शामिल हैं.

वर्ष 2019 के लिए खेल पुरस्कार विजेताओं की सूची इस प्रकार है –

राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार: बजरंग पूनिया (कुश्ती) और दीपा मलिक (पैरा एथलेटिक्स)

द्रोणाचार्य पुरस्कार: विमल कुमार (बैडमिंटन), संदीप गुप्ता (टेबल टेनिस), मोहिंदर सिंह ढिल्लन (एथलेटिक्स)

द्रोणाचार्य पुरस्कार (जीवन पर्यन्त): मर्जबान पटेल (हाकी), रामवीर सिंह खोखर (कबड्डी), संजय भारद्वाज (क्रिकेट)

अर्जुन पुरस्कार: तेजिंदर पाल सिंह तूर, मोहम्मन अनस, स्वप्ना बर्मन (तीनों एथलेटिक्स), एस भास्करन (शरीर सौष्ठव), सोनिया लाठेर (मुक्केबाजी), रविंद्र जडेजा, पूनम यादव (दोनों क्रिकेट), चिंगलेनसना सिंह कांगुजाम (हाकी) अजय ठाकुर (कबड्डी) गौरव सिंह गिल (मोटरस्पोर्ट्स), अंजुम मुदगिल (निशानेबाजी), हरमीत देसाई (टेबल टेनिस), पूजा ढांडा (कुश्ती), फवाद मिर्जा (घुड़सवारी), गुरप्रीत सिंह संधू (फुटबाल), बी साई प्रणीत (बैडमिंटन), सिमरन सिंह शेरगिल (पोलो), प्रमोद भगत (पैरा खेल-बैडमिंटन), सुरेंद्र सिंह गुज्जर (पैरा खेल – एथलेटिक्स).

ध्यानचंद पुरस्कार: मैनुअल फ्रेडरिक्स (हाकी), अनूप बासक (टेबल टेनिस), मनोज कुमार (कुश्ती), नितिन कीर्तने (टेनिस), सी लालरेमसांगा (तीरंदाजी)

राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार: गगन नारंग खेल संवर्धन फाउंडेशन, गो स्पोर्ट्स, रायलसीमा विकास ट्रस्ट.

मौलाना अबुल कलाम आजाद ट्राफी: पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ (विजेता), गुरूनानकदेव विश्वविद्यालय अमृतसर (पहला उप विजेता), पंजाब विश्वविद्यालय पटियाला (दूसरा उप विजेता).


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