डोनल्ड ट्रंप से भिड़ती अमेरिका की एक महिला फुटबॉल खिलाड़ी


donald trump tweet on American football player Megan Rapinoe

 

28 जून को पेरिस में खेले जा रहे फीफा महिला फुटबॉल विश्व कप में मेगन रापिनोई ने मैच के पांचवें और 65वें मिनट में फ्रांस के खिलाफ गोल करके अमेरिका को सेमीफाइनल में पहुंचाया. वह अमेरिका की होनहार खिलाड़ी हैं. इससे पहले 24 जून को स्पेन के खिलाफ उन्होंने दो गोल की बदौलत अमेरिका को क्वार्टर फाइनल में जगह दिलाई. लेकिन चर्चा उनके गोल की बजाय अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के ट्वीट की हो रही है; जिसमें उन्होंने पिछले सप्ताह अमेरिका की इस मिड फिल्डर फुटबॉल खिलाड़ी को निशाना बनाया और सरकार के विरोध को देश का विरोध बताने की कोशिश की.

26 जून को डोनल्ड ट्रंप ने ट्वीट किया, “मेगन को देश, व्हाइट हाउस, या झंडे का कभी भी अपमान नहीं करना चाहिए जबकि मेगन और उनकी टीम के लिए बहुत कुछ किया गया है. आपने जिस झंडे को पहना है उसका सम्मान कीजिए.”

ट्रंप ने यह ट्वीट महीने भर पुराने एक वायरल वीडियो पर प्रतिक्रिया में किया है. वीडियो में मेगन रापिनोई और उनकी कुछ साथी खिलाड़ी एक सवाल के जवाब में व्हाइट हाउस नहीं जाने की बात कह रही हैं. जब मेगन से पूछा गया कि क्या वह व्हाइट हाउस के आमंत्रण पर वहां जाना पसंद करेंगी तो जवाब में उन्होंने कहा, “पफ्फ, f….k मैं व्हाइट हाउस नहीं जा रही हूं.” उनकी साथी खिलाड़ियों में एलेक्स मोर्गन, अली क्रिगर, बेसी सेऊब्रून ने भी कुछ इसी तरह की भावना का इजहार सार्वजनिक रूप से किया.

“द नेशनल टीम: द इनसाइड स्टोरी ऑफ द वीमेन हू चेंज्ड सॉकर” की लेखका केटलिन मरे एनबीएसी न्यूज के लिए लिखती हैं,” ट्रंप को लगता है कि रापिनोई और उनकी टीम के खिलाड़ी देश का सम्मान नहीं करती हैं और वह देशभक्त नहीं है. इससे स्पष्ट होता है कि वह मेगन रापिनोई और अमेरिका की महिला फुटबॉल टीम के बारे में बहुत कुछ नहीं जानते हैं. वहीं ट्रंप अपने ट्वीट में दावा किया कि वह महिला फुटबॉल टीम के बड़े प्रसंशक हैं.”

जबकि मेगन रापिनोई और उनकी टीम ने बतौर खिलाड़ी अपनी देशभक्ति को बार-बार प्रमाणित किया है. वह जेंडर समानता की लड़ाई लड़ते हुए अमेरिका को विश्व कप और ओलंपिक में गोल्ड जीतने का गौरव दिलवाया है.

साल 2006 में मेगन रापिनोई जब अमेरिका की फुटबॉल टीम को ज्वाईंन किया उस समय अमेरिका में महिला खिलाड़ी जेंडर बराबरी की लड़ाई लड़ रही थीं. घायल होने या गर्भवती होने की स्थिति से निपटने के लिए बीमा लाभ, सेवानिवृत्ति लाभ और छुट्टी को लेकर नियमों की मांग कर रही थीं. गौरतलब है कि पुरूष खिलाड़ी ये सभी लाभ पहले से उठाते रहे हैं. मेगन रापिनोई अपनी मांगों को मनवाने और जेंडर की बराबरी के लिए सबसे मुखर रहने वाली खिलाड़ी रही हैं. यहां तक कि मेगन रापिनोई ने खुलकर गे होने की बात स्वीकारी है.

मेगन पहली श्वेत महिला खिलाड़ी हैं जिन्होंने रंगभेद और पुलिस अत्याचार के खिलाफ खुलकर खेल के मैदान में प्रदर्शन किया था.

ट्रंप के ट्वीट के बाद आम लोगों के साथ कई खिलाड़ी उनका खुलकर समर्थन कर रहे हैं.

जेंडर समानता और ट्रंप प्रशासन की नीतियों के खिलाफ मुखर रहने वाली अमेरिका की मजबूत खिलाड़ी मेगन रापिनोई के शब्दों में कहें तो, “मेरा मानना है कि मर्दवादी समाज में एक पेशेवर खेल में मेरा बना रहना ही किसी विरोध से कम नहीं है.”


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