पूर्वी दिल्ली: प्रदूषण, सफाई और अनाधिकृत कॉलोनियां हैं मुख्य चुनावी मुद्दे


East Delhi: Pollution, cleanliness and unauthorized colonies are main election issues

 

राष्ट्रीय राजधानी के पूर्वी दिल्ली संसदीय क्षेत्र में प्रदूषण, सफाई और अनाधिकृत कॉलोनियां मुख्य चुनावी मुद्दे हैं. इस सीट पर आप, बीजेपी और कांग्रेस के चुनावी भविष्य का फैसला इन्हीं मुद्दों पर होने की संभावना है.

लोकसभा की सर्वाधिक आबादी वाली सीटों में से एक, पूर्वी दिल्ली में मध्यम वर्ग और गरीब वर्ग के लोगों की संख्या अच्छी खासी है. यह सीट बीते तीन दशक से मुख्य रूप से बीजेपी का गढ़ रही है. इसका अपवाद पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित हैं जो दो बार इसी सीट से सांसद रहे हैं.

पूर्वी दिल्ली के निवासी चुनाव को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी के बीच लड़ाई के रूप में देखते हैं.

कई स्थानीय लोगों का कहना है कि अनाधिकृत कॉलोनियां लंबे वक्त से राजनीतिक दलों के एजेंडे में रही हैं लेकिन इनके लिए अब तक कुछ नहीं किया गया है और कई इलाके अब भी सफाई, स्वच्छ पेयजल और सीवर जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए परेशान हैं.

इस सीट पर बीजेपी के गौतम गंभीर, आप की आतिशी और कांग्रेस के अरविंदर सिंह लवली चुनावी मैदान में हैं. लवली तीन बार विधायक और दिल्ली सरकार में मंत्री रह चुके हैं.

ओखला में रहने वालीं 55 साल की श्वेता ने कहा, ” इस इलाके में सफाई, स्वच्छ पेयजल, सुरक्षा, बंद पड़े सीवर और अतिक्रमण जैसी समस्याएं हैं और बड़े-बड़े दावों और वादों के बावजूद दलों ने उन्हें (अनाधिकृत कॉलोनियां) पक्का करने के लिए कुछ नहीं किया.’’

उन्होंने कहा कि सभी नेता चुनावों से पहले इन कॉलोनियों को पक्का करने का वादा करते हैं लेकिन चुनाव खत्म होने के बाद इसे ठंडे बस्ते में डाल देते हैं.

इस सीट के अंतर्गत लक्ष्मीनगर और गांधीनगर जैसे वाणिज्यिक इलाके भी आते हैं जहां 20 प्रतिशत मतदाता कारेाबारी हैं जबकि शकरपुर, विनोद नगर, मयूर विहार, शाहदरा, घोंडली और मंडावली में प्रवासियों की बड़ी आबादी है.

ओखला मुस्लिम बहुल क्षेत्र है जबकि त्रिलोकपुरी सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील क्षेत्र है.

इस सीट पर फिलहाल भाजपा का कब्जा है और पिछले आम चुनावों में महेश गिरी ने यहां जीत दर्ज की थी. गिरी ने 2014 में आप के राजमोहन गांधी को 1.9 लाख से अधिक वोटों के अंतर से हराया था.

बीजेपी का मुख्य चुनावी मुद्दा राष्ट्रवाद है जबकि कांग्रेस शीला दीक्षित के मुख्यमंत्री कार्यकाल में किए गए विकास कार्यों को मुद्दा बना रही है. वहीं दूसरी ओर, आप ने दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाकर विकास कार्यों की गति तेज करने को मुख्य चुनावी मुद्दा बनाया है.

इस क्षेत्र में प्रदूषण एक प्रमुख मुद्दा है. आनंद विहार, शाहदरा और पास के इलाकों में अत्यधिक प्रदूषण स्तर है और लोगों का कहना है कि गाजीपुर लैंडफिल स्थल लंबे वक्त से बीमारियों का प्रमुख कारण है.


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